करनाल में अमेरिका से चलता रंगदारी का खेल, हवाला से ठिकाने लगाते थे पैसे, फिल्म से कम नहीं कहानी

करनाल में रंगदारी मांगने वाले गिरोह का भंडाफोड़। गैंग का सरगना अमेरिका से वीडियो कॉल कर रंगदारी मांगता। गिरोह का एक सदस्य दिल्ली तक पैसे पहुंचाता। दो सदस्य हवाला से रकम ठिकाने लगाते। पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से तीनों सदस्यों को धर दबोचा।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 07:14 PM (IST) Updated:Tue, 13 Jul 2021 08:00 AM (IST)
करनाल में अमेरिका से चलता रंगदारी का खेल, हवाला से ठिकाने लगाते थे पैसे, फिल्म से कम नहीं कहानी
सीआइए-2 द्वारा काबू किया गया आरोपित नवनीत सक्सेना व बरामद की गई 42 लाख की नकदी।

जागरण संवाददाता, करनाल। अमेरिका में बैठे असंध के ही रहने वाले एक बदमाश ने वीडियो कॉल कर असंध के दो डॉक्टरों से 20-20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। एक डॉक्टर द्वारा दिल्ली में योजना के तहत 15 लाख की रकम देते ही सीआइए टीम ने तीन आरोपितों को दबोच लिया। दो आरोपित रकम को हवाला के जरिये ठिकाने लगाते थे तो एक इन आरोपितों तक रकम पहुंचाने का काम कर रहा था। आरोपितों से नोट गिनने की मशीन भी बरामद की है। 

26 जून को असंध के सालवन चौक पर क्लीनिक चला रहे डॉ. संदीप कुमार के पास वीडियो कॉल आई, जिसमें आरोपित ने खुद को बदमाश बताते हुए 20 लाख रुपये रंगदारी मांगी। यह रकम न देने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके तीन दिन बाद ही असंध के उक्त चौक के समीप ही स्थित दूसरे अस्पताल के डॉ. राजेश कुमार से भी पांच जुलाई से इसी बदमाश ने 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और न देने पर जान से मारने की धमकी दी। दोनों डॉक्टरों ने मामला पुलिस अधीक्षक गंगा राम पूनिया के संज्ञान में लाया। केस दर्ज करने के बाद जांच सीआइए-2 को सौंपी गई।

दिल्ली के विशु बाजार में दुकान पर पहुंचाई रकम

योजना के तहत डॉ. राजेश कुमार ने बदमाश को 15 लाख रुपये देने की हां की। दिल्ली के विशु बाजार स्थित एक दुकान पर रकम जयदेव वासी गांव बासपा जिला पाटन, गुजरात व उसके साथी पटेल महेंद्र वासी उन्नावा जिला मेहसाणा, गुजरात को देनी थी। सीआइए टीम ने दोनों आरोपितों को काबू कर लिया। इनके कब्जे से दी गई रकम 15 लाख रुपये व अन्य 27 लाख रुपये की रकम के अलावा नोट गिनने की एक मशीन भी बरामद की। पूछताछ के बाद आरोपित जयदेव को जेल भेज दिया गया जबकि पटेल महेंद्र को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया। उससे रहस्योद्घाटन के बाद उत्तर प्रदेश के रामपुर के नवनीत सक्सेना को भी काबू कर लिया गया। उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। वह दिल्ली तक पैसे पहुंचाता था। 

नवनीत को अमृतसर से किया काबू

सीआइए-2 इंचार्ज सुरेंद्र सिधू के नेतृत्व में टीम ने मुख्य आरोपित नवनीत सक्सेना को पंजाब के अमृतसर से गिरफ्तार किया गया। उसे 9 जुलाई को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। इस दौरान उसने माना कि  वह व उसका एक साथी दिलेर वासी असंध जोकि फिलहाल अमेरिका में रहता है। हम दोनों मिलकर लोगों से फोन करने उसने फिरौती के तौर पर मोटी रकम देने की मांग करते हैं और फिरौती न देने पर जान से मारने व उनका काम धंधा बंद करवाने की धमकी देते हैं।

दलेर का जारी कराया जाएगा रेड कॉर्नर नोटिस

सीआइए टू इंचार्ज के अनुसार आरोपित दलेर वासी सालवन रोड डेरा पर असंध क्षेत्र में ही मारपीट के दो मामले दर्ज है, जिसके बाद वह अवैध रूप से अमेरिका में फरार हो गया था। वहां जाने के बाद वह अपने मुख्य साथी नवनीत सक्सेना के साथ मिलकर फिरौती मांगने लगा। फिलहाल असंध के ही ऐसे दो मामले सामने आए हैं जबकि अन्य रिकार्ड खंगाला जा रहा है। आरोपित दलेर को भी अमेरिका से लाने के लिए सीआइए टीम ने तैयारी शुरू कर दी है और जल्द ही उसका रेड कार्नर नोटिस जारी कराया जाएगा।

10 फीसदी कमीश्न पर काम करते हैं आरोपित

पूछताछ में पता चला है कि आरोपित जयदेव व पटेल महेंद्र फिरौती की रकम को हवाला के जरिए ठिकाने लगाते थे और इसकी एवज में वे 10 फीसदी रकम वसूल करते थे। इन्होंने दिल्ली के विशु मार्केट में अपना ठिकाना बनाया हुआ था। फिलहाल आरोपित करनाल जिला के दो ही मामलों में शामिल पाए गए हैं।

चेहरा ढककर करता था दलेर वीडियाे कॉल

आरोपित दलेर ने पहले डाक्टर संदीप को और फिर डॉ. राजेश को अनेकों बार वीडियो कॉल की, जिसमें खुद को बड़ा बदमाश बताते हुए कहा कि रकम न मिलने पर जान से मार दिया जाएगा। वह ये धमकी वीडियो कॉल के दौरान चेहरा ढककर ही देता था, ताकि पहचान में न आ सके। यहीं नहीं वह एप के जरिये फर्जी नंबरों से कॉल करता था और डॉक्टरों को भी धमकी देता था कि वह किसी भी स्तर पर पकड़ा नहीं जा सकता, लेकिन रकम न दी तो उनकी जान जा सकती है।

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