ठंडा पी झंडा उठा नुक्कड़ सभा में पहुंच जाते कुछ चेहरे

पानीपत शहरी विधानसभा सीट पर दो बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है। प्रत्याशी मतदाताओं को अपने खेमे में करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। वे नुक्कड़ सभा कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Oct 2019 07:45 AM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 07:45 AM (IST)
ठंडा पी झंडा उठा नुक्कड़ सभा में पहुंच जाते कुछ चेहरे
ठंडा पी झंडा उठा नुक्कड़ सभा में पहुंच जाते कुछ चेहरे

पानीपत शहरी विधानसभा सीट पर दो बड़ी पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है। प्रत्याशी मतदाताओं को अपने खेमे में करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। वे नुक्कड़ सभा कर रहे हैं। इसमें भीड़ जुटाने के लिए कॉलोनियों के कई नामचीन लोगों की जिम्मेदारी लगा रखी है। ये लोग भी सयाने हो गए हैं। वे लोगों को ठंडा पिला हाथों में झंडा थमाकर आसपास की कॉलोनियों की सभा में ले जाते हैं। हर जगह वही गिने-चुने चेहरे होते हैं। प्रत्याशी भीड़ को देख गदगद हो जाते हैं, लेकिन लोगों के चेहरे पहचान नहीं पाते हैं। इन्हीं का लोग खूब फायदा उठा रहे हैं। उनकी खातिरदारी भी खूब हो रही है। प्रत्याशी भाई के साथ हूं, वोट जिताऊ प्रत्याशी को दूंगा

पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के एक गांव के दारोगा सामान्य अस्पताल में खड़े क्षेत्र के कई लोगों से बातचीत कर चुनावी माहौल के बारे में पूछ रहे थे। एक व्यक्ति ने कहा कि पार्टी से उसे कोई लेना-देना नहीं है। वे तो प्रत्याशी की जानकारी लेंगे कि जीतने पर काम करेगा या नहीं। इसके बाद ही मत करेगा। दारोगा से भी दूसरे व्यक्ति ने पूछा कि भाई साहब आपके पड़ोस के गांव का भी प्रत्याशी मैदान में है। आप किसे वेट देंगे। दारोगा ने कहा कि प्रत्याशी भाई के साथ हूं, लेकिन जीत नजर नहीं आ रही है। मत जिताऊ प्रत्याशी को ही दूंगा। मतदाताओं की चुप्पी कर रही बेचैन

कई गांवों और शहर की कॉलोनियों के मतदाता भेद नहीं दे रहे हैं कि वे किसे मत देंगे। इस बार घरों पर पार्टियों के झंडे व पोस्टर नहीं लगा रखे हैं। वे किसके पक्ष में मत डालेंगे। इसे लेकर भी चुप्पी साधे हैं। इससे प्रत्याशियों की नींद उड़ी हुई है। वे पार्षदों और सरपंचों को भेजकर लोगों के मन की बात टटोलने के लिए भेज रहे हैं। लोग भी उनकी आवभगत तो करते हैं, लेकिन पत्ते नहीं खोल रहे हैं।

-प्रस्तुति: विजय गाहल्याण

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