दस दिन में दो युवा परिचालकों की मौत से सहमे रोडवेज कर्मचारी

कोरोना संक्रमण ने रोडवेज डिपो पर हमला बोला है। पिछले दस दिन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 05:32 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 05:32 AM (IST)
दस दिन में दो युवा परिचालकों की मौत से सहमे रोडवेज कर्मचारी
दस दिन में दो युवा परिचालकों की मौत से सहमे रोडवेज कर्मचारी

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना संक्रमण ने रोडवेज डिपो पर हमला बोला है। पिछले दस दिन में पानीपत डिपो के दो युवा परिचालकों की कोरोना से मौत हो गई। इसके बाद से डिपो के कर्मचारी सहमे-सहमे नजर आ रहे हैं। रोडवेज यूनियन के कर्मचारी सरकार से बसें बंद करने की मांग कर चुके हैं। मंगलवार को रोडवेज ने 25 चालकों व परिचालकों को वैक्सीन लगवाने के लिए सिविल अस्पताल में भेजा गया। इन्हें वैक्सीन नहीं लगाई गई।

रोडवेज में कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाने के लिए 25 से ज्यादा कर्मचारियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया, लेकिन जब सिविल अस्पताल में पहुंचे तो पता चला कि अभी नंबर नहीं आया है। अभी फ्रंटलाइन के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके बाद सभी चालक व परिचालक निराश होकर लौट आए। अब रोडवेज कर्मचारियों को कोरोना का डर सता रहा है और ड्यूटी लगवाने को लेकर भी काफी कहासुनी हो रही है। इससे साफ है कि अब रोडवेज में भी कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे पैर पसार रहा है।

ये दो कर्मचारी गंवा चुके जान

पाथरी गांव के रहने वाले करीबन 32 वर्षीय अनूप सिंह पानीपत डिपो में परिचालक के तौर कार्य कर रहे थे। पिछले दिनों ही कोरोना पॉजिटिव हुए थे। तीन दिन में ही मौत हो गई। इसके बाद पांच दिन पहले ही चंदौली गांव के करीबन 30 वर्षीय संजीव भी कोरोना की चपेट में आ गए और मौत हो गई। संजीव परिवार में अकेला ही कमाने वाला था। रोडवेज बसों को बंद करें

हरियाणा रोडवेज यूनियन इंटक के प्रधान रिकू राजा ने बताया कि सरकार से कई बार ज्ञापन के माध्यम से रोडवेज बसों को बंद करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। पानीपत डिपो के दो युवा परिचालकों की कोरोना से मौत हो चुकी है। अभी सरकार कोई कदम नहीं उठा रही। इससे आगे स्थिति और अधिक गंभीर होने वाली है। ये हैं कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए इंतजाम

रोडवेज में चालक व परिचालकों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सैनिटाइजर व मास्क दिए गए हैं। सवारियों के टिकट बसों में काटे जा रहे हैं। इससे भी संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। बसों को ब्लीचिग पाउडर से साफ किया जा रहा है। पानीपत डिपो के जीएम विकास नरवाल से जब फोन पर बात करके सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानना चाहा तो कोई जवाब नहीं दिया।

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