पानीपत में घर-घर खांसी-बुखार के मरीज तलाश रहीं आशा वर्कर, अब तक 110 मरीज मिले

पानीपत में कोरोना की तीसरी लहर को रोकने की कवायद तेज कर दी गई है। आशा वर्करों की मदद से घर-घर खांसी जुकाम के मरीजों को तलाशा जा रहा है। मरीजों को गांव के ही आइसोलेशन सेंटर में किया जा रहा है भर्ती।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 09:44 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 09:44 AM (IST)
पानीपत में घर-घर खांसी-बुखार के मरीज तलाश रहीं आशा वर्कर, अब तक 110 मरीज मिले
कोरोना की तीसरी लहर रोकने की कवायद।

जागरण संवाददाता, पानीपत। हरियाणा विलेज जनरल हेल्थ चेकअप स्कीम (एचवीजीएचसीएस) के तहत स्वास्थ्य विभाग ने गांवों में हर घर में दस्तक देकर बुखार-खांसी के मरीजों को तलाशना शुरू कर दिया है। डेंगू के 26 और मलेरिया के दो केसों की पुष्टि होने के बाद विभाग के लिए यह जरूरी हो गया था। अब तक 110 मरीज मिल चुके हैं

स्वास्थ्य विभाग के इस कदम तो कोरोना की तीसरी लहर को रोकना भी माना जा रहा है। बता दें कि विभाग ने मई 2021 में भी इसी प्रकार का सर्वे कराया था। नोडल अधिकारी डा. ललित वर्मा ने बताया कि सभी आशाओं को सर्वे संबंधी पहले से प्रशिक्षण दिया हुआ है। आशा वर्कर्स को सरकार ने पहले से ही फोन और सिम कार्ड दिए हुए हैं। आशा वर्कर अपने एरिया के घरों में दस्तक दे रही हें। मुखिया के नाम सहित परिवार के सदस्यों के नाम-आयु का डाटा एकत्र कर रही हैं। कालांतर में कोई कोरोना पाजिटिव आया या फिर रिपोर्ट नेगेटिव लेकिन लक्षण कोविड जैसे थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। खांसी-बुखार के मरीजों को विलेज आइसोलेशन सेंटर (वीआइसी)में भेजा जाता है। वहां एएनएम जरूरत समझेगी तो रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए लिखेगी।

तीसरी टीम मरीज का स्वाब सैंपल ले रही है। रिपोर्ट नेगेटिव आने, लक्षण कोविड जैसे बने रहने पर मरीज का आरटीपीसीआर(रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन) टेस्ट किया जाता है। डा. वर्मा के मुताबिक 80 से अधिक गांवों में विलेज आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं।

मई में मिले थे 3779 बीमार :

स्वास्थ्य विभाग ने मई 2021 में भी आफलाइन सर्वे किया था। 200 टीमाें ने 92 हजार 699 घरों में दस्तक देकर 4.17 लाख 630 लोगों का स्वास्थ्य जांचा था। इनमें 3779 ग्रामीण बीमार मिले थे। रैपिड एंटीजन किट और आरटीपीसीआर टेस्ट में 117 कोरोना पाजिटिव भी मिले थे।

बीमारी छिपाएं नहीं, बताएं :

डा. वर्मा ने जिलावासियों से अपील में कहा कि टीमों का सहयोग करें। बीमारी, खासकर कोरोना जैसे लक्षणों को बिल्कुल न छिपाएं। आपकी लापरवाही परिवार के अन्य सदस्यों के स्वास्थ्य के लिए खतरा, तीसरी लहर का कारण भी बन सकती है। सरकारी अस्पताल में सभी जांच और इलाज निश्शुल्क हैं।

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