कोविड से 1000 करोड़ से अधिक का कारोबार करने वाले पैकिंग उद्योगों को झटका, मंदी ने तोड़ी कमर

कोविड से पैकिंग उद्योग को आर्थिक झटका लगा है। मंदी ने कारोबारियों को तोड़कर रख दिया है। पानीपत में 15 उद्योग वोवन फैब्रिक के लगे हैं। इसमें सलाना 1000 करोड़ से अधिक का कारोबार है। लेकिन कोविड की वजह से कारोबार प्रभावित है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 12:51 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 12:51 PM (IST)
कोविड से 1000 करोड़ से अधिक का कारोबार करने वाले पैकिंग उद्योगों को झटका, मंदी ने तोड़ी कमर
कोविड की वजह से पानीपत कारोबार को झटका।

पानीपत, [महावीर गोयल]। 1000 करोड़ से अधिक के पैकिंग उद्योगों की कोविड ने कमर तोड़ने का काम किया है। पानीपत में वोवन फैब्रिक्स के 15 यूनिट लगे हुए हैं। इन उद्योगों में वेजीटेबल बैग, यूरिया बैग, फूड ग्रेन पैकिंग में काम आने वालों बैग को बनाने के लिए कपड़ा बनता है। शहर का हैंडलूम उद्योग, कंबल उद्योग की पैकिंग का कपड़ा भी इन उ्दयोगों में बनाया जाता है। वर्तमान समय वोवन फैब्रिक्स उद्योग लगातार बढ़ता जा रहा है। मिंक कंबल का हब बनने के साथ निर्यात में लगातार हो रही बढ़ोतरी के चलते वोवन फैब्रिक्स उद्योगों का उत्पादन बढ़ता जा रहा है। कोरोना के कारण अन्य उद्योगों की तरह यह उद्योग खासा प्रभावित हुआ है।

कोरोना की शुरुआत में मई से पहले वोवन फैब्रिक्स बनाने में काम आने वाला कच्चा माल अर्थात पीपी दाना 85 रुपये से बढ़कर 125 रुपये किलो तक पहुंच गया था। महंगा धागा होने के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ। अब पीपी दाना के दाम लगातार गिर रहे हैं। 125 से गिरकर दाने का भाव 109 रुपये पर आ चुका है। लेबर संकट होने के कारण वोवन फैब्रिक्स उद्योगों में उत्पादन कम हो पा रहा है।

गुजरात की तुलना में महंगा मिल रहा पीपी दाना

गुजरात में लगे वोवन फैब्रिक्स उद्योगों को पीपी दाना सस्ता मिलता है। पोर्ट के नजदीक होने के का फायदा वहां के उद्योगों को मिल रहा है। पानीपत में रिफाइनरी में पीपी दाना बनता है। रिफाइनरी में उत्पादन होने के कारण यहां के उद्योगों को सस्ता पीपी दाना मिलने की उम्मीद जगी थी, लेकिन रिफाइनरी यहां के उद्यमियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरी। यहां के उद्योगों को गुजरात की तुलना में 3-4 रुपये किलो महंगा कच्चा माल मिल रहा है।

18 प्रतिशत जीएसटी

वोवन फैब्रिक्स पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा हुआ है। पहले दाने पर जीएसटी कम था। उद्यमियों को रिफंड लेना पड़ता था। अब दाने के साथ-साथ तैयार कपड़े पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लागू है।

पानीपत रिफाइनरी की नजदीकी का फायदा यहां के उद्योगों को मिलना चाहिए। उद्योगों को दाना सस्ता मिले। सस्ता दाना मिलने पर ही गुजरात के उद्योगों से यहां के उद्योग प्रति स्पर्धा कर सकेंगे।

अनिल बंसल, महासचिव वोवन फैब्रिक्स एसोसिएशन पानीपत ।

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