डीपीएस रिफाइनरी ने 45 फीसद फीस बढ़ाई, अभिभावकों में रोष

लॉकडाउन के बीच एक तरफ आमजन कोरोना से लड़ रहे हैं काम ठप हो चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 07:24 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 07:24 PM (IST)
डीपीएस रिफाइनरी ने 45 फीसद फीस बढ़ाई, अभिभावकों में रोष
डीपीएस रिफाइनरी ने 45 फीसद फीस बढ़ाई, अभिभावकों में रोष

जागरण संवाददाता, पानीपत : लॉकडाउन के बीच एक तरफ आमजन कोरोना से लड़ रहे हैं, काम ठप हैं, दूसरी तरफ डीपीएस रिफाइनरी ने स्कूल फीस बढ़ा दी है। अभिभावकों का आरोप है कि डेवलपमेंट चार्ज भी लिया जा रहा है, जबकि पिछले साल स्कूल खुला तक नहीं।

अभिभावकों का कहना है कि स्कूल ने ट्यूशन फीस में 45 फीस की वृद्धि की है। इसके अलावा 12 हजार रुपये सालाना चार्ज लिए जा रहे हैं। पिछले वर्ष जिस बच्चे से चार हजार रुपये महीना फीस ली जा रही थी, अब 5800 रुपये कर दी गई है। अभिभावकों ने शिकायत में कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से पहले ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कईयों की नौकरी चली गई है, कइयों की आय कम हो गई है, इसके बावजूद स्कूल ने फीस बढ़ाई। किया जा रहा है शोषण : सौरव अरोड़ा

सुखदेव नगर निवासी सौरव अरोड़ा ने बताया कि उनका बेटा नौवीं क्लास में पढ़ता है। उनको इस बार तीन महीने की फीस के लिए 17 हजार 400 रुपये का नोटिस आया है। जबकि पिछले वर्ष तक 12 हजार देते थे। पानीपत के किसी भी स्कूल ने एनुअल चार्ज नहीं लगाया। फीस में इतनी बढ़ोतरी नहीं की। अभिभावकों का शोषण किया जा रहा है। प्रिसिपल से बात करते हैं तो वे कहते हैं कि आइओसीएल की मैनेजमेंट से बात करो। फीस बढ़ाना गलत

राकेश सहगल का कहना है कि फीस बढ़ाना गलत है। इस समय स्कूल को अभिभावकों की मदद करनी चाहिए, दूसरी तरफ शोषण किया जा रहा है। आइओसीएल मैनेजमेंट को इसमें दखल देना चाहिए। नहीं जमा करेंगे फीस : साहिल

ओल्ड हाउसिग बोर्ड कालोनी के साहिल बजाज का कहना है कि अभिभावकों ने शिकायत दी है। जब तक फीस वृद्धि वापस नहीं ली जाएगी, तब तक कोई भी अभिभावक फीस जमा नहीं कराएगा। शिकायत दे दी है : नीरज

एल्डिको निवासी नीरज मदान का कहना है कि उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार, विधायक प्रमोद विज को शिकायत दी है। अब तक समाधान नहीं हुआ है। सीएम मनोहरलाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज को ट्वीट किया है। रिफाइनरी मैनेजमेंट और प्रिसिपल एक-दूसरे पर थोप रहे जवाबदेही प्रिसिपल का जवाब- मैनेजमेंट ने फैसला किया है

प्रिसिपल विनोद शर्मा से जब जागरण ने पूछा तो उन्होंने यह स्वीकार किया कि फीस बढ़ाई गई है। इसका कारण पूछने पर कहा कि यह तो आइओसीएल मैनेजमेंट का फैसला है। आप उनसे पूछिए। जागरण संवाददाता ने जब कहा कि मैनेजमेंट कह रही है कि प्रिसिपल ने फीस बढ़ाई है तो उन्होंने कहा कि अब मैं इस पर क्या बोलूंगा। प्रिसिपल से जवाब मांगा है : रावत

प्रशासन एवं कल्याण विभाग के डीजीएम वीएस रावत ने जागरण से बातचीत में कहा कि प्रिसिपल से जवाब मांगा गया है। उनका जवाब आने पर जिला प्रशासन को अवगत कराया जाएगा। उन्हें इस बारे में ज्यादा मालूम नहीं है। इस मामले में किसी के साथ गलत नहीं होगा।

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