चंदनपुरी में पांच दशक बाद पहुंचेगी घरेलू बिजली सप्लाई

नामुंडा के करीब एक दर्जन परिवार गांव से तीन किलोमीटर दूर खेतों में जाकर बस गए थे। अब उनकी आबादी सौ के करीब पहुंच चुकी है। यहां अभी भी घरेलू बिजली सप्लाई नहीं है। लोग कृषि फीडर की सप्लाई से काम चला रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 06:53 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 06:53 AM (IST)
चंदनपुरी में पांच दशक बाद पहुंचेगी घरेलू बिजली सप्लाई
चंदनपुरी में पांच दशक बाद पहुंचेगी घरेलू बिजली सप्लाई

जागरण संवाददाता, समालखा : नामुंडा पंचायत के गांव चंदनपुरी में पांच दशक बाद लोगों को घरेलू बिजली सप्लाई मिलेगी। एसडीओ, समालखा ने इसके लिए करीब चार लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार कर मंजूरी के लिए उच्चाधिकारियों के पास भेज दिया है।

पांच दशक पहले नामुंडा के करीब एक दर्जन परिवार गांव से तीन किलोमीटर दूर खेतों में जाकर बस गए थे। अब उनकी आबादी सौ के करीब पहुंच चुकी है। यहां अभी भी घरेलू बिजली सप्लाई नहीं है। लोग कृषि फीडर की सप्लाई से काम चला रहे हैं। कृषि फीडर में पाली के हिसाब से कभी दिन तो कभी रात की शिफ्टों में बिजली आती है। समय-समय शेड्यूल बदलता रहता है। सप्लाई भी छह से आठ घंटे ही मिलती है, जबकि आबादी को 15 घंटे के करीब बिजली मिलती है।

लोगों की परेशानी दूर होगी

समाजसेवी अंकित शर्मा, कश्मीर सिंह, रेशम ने बताया कि बिजली की कम सप्लाई से लोगों की परेशानी लाजिमी थी। पीने के पानी की हमेशा किल्लत रहती थी। कृषि फीडर की लाइट दो-तीन दिन नहीं आने से लोग पानी की बूंद के लिए तरस जाते थे।

करीब 12 खंभे लगेंगे

नामुंडा की ओर जाने वाली आबादी की एचटी लाइन चंदनपुरी से करीब आधा किमी दूर से गई है। करीब एक दर्जन बिजली के खंभे, तार और अन्य सामानों के लगने से चंदनपुरी में आबादी की लाइट पहुंच जाएगी। इस पर आने वाला खर्च भी निगम उठाएगा। गरीब लोगों को आबादी की 15 घंटे बिजली मिलने से गांव में रोशनी की कमी नहीं रहेगी। एसडीओ वतन सेढ़ा ने बताया कि एस्टीमेट बनाकर उच्चाधिकारी के पास भेजा गया है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू करवा दिया जाएगा।

-धर्म देव झा, 16 जनवरी, 21.

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