राहत भरी खबर, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, होम आइसोलेट मरीजों का डाक्टर पूछेंगे हालचाल
पानीपत में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होने पर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो चुका है। अब टीमों को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। होम आइसोलेट मरीजों का डाक्टर हालचाल पूछेंगे। एएनएम एरिया में विजिट भी करेंगी।
पानीपत जेएनएन। पानीपत में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस 10 मई तक 6589 हैं। इनमें से 3606 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। एक्टिव केसों की लगातार बढ़ती संख्या स्वास्थ्य विभाग के लिए भी चुनौती है। अब स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया कि सीएचसी-पीएचसी, हेल्थ सेंटरों के मेडिकल आफिसर भी मरीजों से हालचाल पूछकर, परामर्श देंगे।
होम आइसोलेट ऐसे भी मरीज सामने आए हैं, शुरुआत में काेरोना के मामूली लक्षण थे, बाद में बढ़ता गया। इसी के चलते यह निर्णय लिया गया है। इसके लिए पहले से ही 15 टीमें गठित हैं। सिविल सर्जन डा. जितेंद्र कादियान ने बताया कि आयुष विभाग के चिकित्सकों को भी जिम्मेदारी दी गई है। चिकित्सक मरीजों को कॉल करेंगे। शरीर में आक्सीजन की मात्रा, तापमान आदि की जानकारी लेंगे। किसी मरीज को बुखार-खांसी, सांस लेने में दिक्कत है तो उसे अस्पताल में एडमिट होने की सलाह देंगे। एएनएम भी मरीज की रिपोर्ट तैयार कर डाक्टर को सौपेंगी। ड्यूटी से गैर हाजिर रहने पर कार्यवाही की जाएगी।
हर मरीज को सौंपी जा रही है किट
सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक कोविड-19 होम आइसोलेशन किट में मरीज के उपयोग हेतू 10 दिन का सामान पैक है। इनमें पल्स मीटर, थर्मामीटर, 150 एमएल का हैंड सैनिटाइजर, ट्रिपल लेयर 10 मास्क, दस्ताने, पीला बैग और मेडिसिन शामिल हैं। मरीज के स्वस्थ होने पर पल्स मीटर और थर्मामीटर वापस लिया जाता है।
होम आइसोलेट मरीजों के लिए
-दिन में तीन बार ऑक्सीजन लेवल, रक्तचाप और तापमान चेक करें।
-रोजाना होने वाली इस जांच को एक रजिस्टर में लिखें।
-ऑक्सीजन लेवल कम या तापमान अधिक है तो डाक्टर को बताएं।
-घर में रहकर सुबह-शाम हल्का व्यायाम करें।
-श्वासों की एक्सरसाइज करें, लंबे श्वास लें और छोडें।
-प्रोटीन, विटामिन और फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें।
-हमेशा एन-95 मास्क पहनें, स्वजनों से दूर रहें।
-तीमारदारी घर के किसी एक सदस्य से ही कराएं।
-तीमारदार को मास्क और हाथों में दस्ताने पहनने को कहें।
-हर एक घंटे में गुनगुना पानी पीते रहें।
-दिन में तीन बार ग्रीन टी या मसालेदार चाय पिएं।