यमुनानगर में कोरोना को हराने का नया प्लान, निजी अस्पतालों के विशेषज्ञ करेंगे कोरोना संक्रमितों की जांच

यमुनानगर में कोरोना की रफ्तार बढ़ती जा रही है। कोरोना को हराने के लिए प्रशासन ने नया प्लान बनाया है। अब निजी अस्तपालों के एक्सपर्ट की मदद ली जाएगी। वहीं आयुष विभाग के अधीन सभी चिकित्सकों को भी सिविल सर्जन के हैंडओवर कर दिया गया है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 07:34 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 07:34 AM (IST)
यमुनानगर में कोरोना को हराने का नया प्लान, निजी अस्पतालों के विशेषज्ञ करेंगे कोरोना संक्रमितों की जांच
स्वास्थ्य विभाग की निदेशक ने भी निर्देश दिए हैं कि निजी अस्पतालों से भी विशेषज्ञों को बुलाया जाए।

यमुनानगर, जेएनएन। यमुनानगर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों व स्टाफ की पहले से ही कमी है। इसे देखते हुए अब निजी अस्पतालों से सहयोग मांगा गया है।  स्वास्थ्य विभाग की निदेशक ने भी निर्देश दिए हैं कि निजी अस्पतालों से भी विशेषज्ञों को बुलाया जाए। यह विशेषज्ञ कोविड अस्पतालों में राउंड लेंगे और कोरोना संक्रमितों की जांच करेंगे। 

हालांकि स्वास्थ्य विभाग निजी अस्पतालों से विशेषज्ञों का पहले भी सहयोग ले रहा था, लेकिन वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही मरीजों काे देख रहे थे। अब विशेषज्ञों को कोविड अस्पताल में आना होगा। यह निर्देश इसलिए भी दिए गए हैं कि सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञों की काफी कमी है। जिले की बात करें, तो यहां पर एकमात्र एनिस्थिसियोलॉजिस्ट है। उन्ही पर सभी संक्रमितों को देखने का भार है। इसी तरह से एकमात्र ही फिजिशियन जिले में है। जिस पर ओपीडी के साथ कोविड सेंटर में भर्ती मरीजों को भी देखने की जिम्मेदारी है। 

निदेशक ने आइएमए के साथ की बैठक 

जिले के दौरे पर आई निदेशक डा. सोनिया खुल्लर ने आइएमए के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों का सहयोग करने के निर्देश दिए गए थे। अधिकारियों को भी यह निर्देश दिए गए थे कि कोई भी डाक्टर खाली नहीं रहना चाहिए। सभी की बारी-बारी से कोविड अस्पतालों में ड्यूटी लगे। जिससे मानव संसाधनों की पूर्ति की जा सके।

आयुष विभाग के सभी चिकित्सक सिविल सर्जन के हैंडओवर

आयुष विभाग के अधीन सभी चिकित्सकों को भी सिविल सर्जन के हैंडओवर कर दिया गया है। 15 दिनों तक सभी चिकित्सक सिविल सर्जन के अधीन सेवा देंगे। आयुष विभाग के 25 चिकित्सक हैं। इन सभी को कोविड सेंटरों में ड्यूटी पर लगाया गया है।

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