Diwali Lakshmi Puja 2021: दीपावली पर करें लक्ष्मी पूजन, जानिए सही पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
हनुमान वाटिका के पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि दीपावली(Deepwali) संस्कृत शब्द दीप से आया है जिसका अर्थ दीपक या दिया होता है। जिसे प्रकाश के लिए व लक्ष्मी पूजा(Lakshmi Puja) में जलाया जाता है। दीवाली पर भारतीय मिट्टी से बने दीयों में ज्योत जलाई जाती है।
कैथल, जागरण संवाददाता। दीपावली हिंदूओं का एक प्राचीन त्योहार है। इस पर्व को कई सदियों से देशभर में प्रकाश के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष दीपावली गुरुवार को आने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान नारायण का पूजन भी होगा। वहीं, मिट्टी के दीये में ज्योत जलाकर पूजा करेंगे तो धन की आवक होगी। दीपावली पर व्यापारियों के लिए भी पूजन के दो मुहूर्त हैं। पहला 12 बजकर 11 मिनट तो दूसरा एक बजकर 31 मिनट से 2.51 तक जारी रहेगा। इसके बाद रात के समय ही मां लक्ष्मी का पूजन होगा।
दशहरा के 20 दिन बाद आता है दीपावली का त्योहार
हनुमान वाटिका के पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि दीपावली संस्कृत शब्द दीप से आया है जिसका अर्थ दीपक या दिया होता है। जिसे प्रकाश के लिए व पूजा में जलाया जाता है। दीवाली के मौके पर अधिकांश भारतीय मिट्टी से बने छोटे दीयों में रुई की बाती से ज्योत जलाई जाती है। दीपावली का पर्व दशहरा के 20 दिन बाद आता होता है, जो लगातार पांच दिन तक चलता है। दीपावली पर्व छह नवंबर को भाई दूज से इस पर्व का संपन्न होगा।
दीपावली पर यह रहेगा शुभ मुहूर्त
पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि मान्यता है कि दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। दीपावली का पर्व कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। लक्ष्मी पूजा भी दिवाली उत्सव का एक हिस्सा होता है। दीपावली पूजा या लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त चार नवंबर को शाम 5:32 से 8 बजकर 52 मिनट तक है। अलग-अलग शहर के पूजा समय में मामूली अंतर भी हो सकता है।
यह रहेगा शुभ मुहूर्त
दिन की चौघड़िया का मुहूर्त
शुभ 6.50 से 8.11
रोग 8.10 से 9.30
उद्वेग 09.30 से 10.50
चर 10.50 से 12.11
लाभ 12.11 से 13.31
अमृत 13.31 से 14.51
काल 14.51 से 16.11
शुभ 16.11 से 17.32
रात की चौघड़िया का मुहूर्त
अमृत 17.32 से 19.12
चर 19.12 से 20.52
रोग 20.52 से 22.31
काल 22.31 से 24.00