रिफाइनरी में आपदा ड्रिल, गैस को नियंत्रण में लिया
पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल काम्पलेक्स (पीआरपीसी) में आनसाइट आपदा ड्रिल की गई। कोविड-19 के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए इसे आयोजित किया गया। इस ड्रिल में हार्टन स्फीयर-1 के आरोवी से एलपीजी रिसाव की घटना का परि²श्य लिया गया।
संवाद सूत्र, रिफाइनरी : पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल काम्पलेक्स (पीआरपीसी) में आनसाइट आपदा ड्रिल की गई। कोविड-19 के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए इसे आयोजित किया गया। इस ड्रिल में हार्टन स्फीयर-1 के आरोवी से एलपीजी रिसाव की घटना का परि²श्य लिया गया। रात 11:40 बजे इमरजेंसी हुई। बाद में स्थिति की गंभीरता को दर्शाते हुए आपदा घोषित की गई। उसके बाद उससे होने वाले खतरे से बचने का गंभीरतापूर्वक अभ्यास किया गया।
पानीपत रिफाइनरी के मेन फायर स्टेशन एवं सेटेलाइट फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियां साइट पर पहुंचीं। रिसाव क्षेत्र में वाटर स्प्रे सिस्टम का इस्तेमाल किया गया। रिसाव को रोकने की कोशिश की गई । कार्यकारी निदेशक गोपाल चंद्र सिकदर को भी इस बारे सूचना दी गई। वह तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का आंकलन करके लगभग एक घंटे के सफल अभ्यास के बाद स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण पाकर, स्थिति सामान्य होने की घोषणा की गई। इस अभ्यास के दौरान किसी भी जान, माल एवं संपत्ति का नुकसान नहीं हुआ। ड्रिल के दौरान आपसी सहायता साझेदार जैसे थर्मल पावर स्टेशन, एनएफएल को भी अलर्ट पर रखा गया था। ड्रिल अभ्यास के बाद एक डिब्रीफिग सत्र आयोजित किया गया, जहां आपातकालीन तैयारी योजना में और सुधार के लिए रिपोर्ट की समीक्षा की गई।