धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को मिला लाभ, 1.55 करोड़ की राशि बैंक खाते में ट्रांसफर

धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को लाभ मिला है। पांच हजार प्रति एकड़ के हिसाब से किसान को दिया गया लाभ। 70 हजार किसान करते हैं जिले में धान की खेती। सीधी बिजाई करने वाले किसानों को 1.55 करोड़ की राशि बैंक खाते में डाली गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 11:30 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 11:30 AM (IST)
धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को मिला लाभ, 1.55 करोड़ की राशि बैंक खाते में ट्रांसफर
धान की सीधी बुवाई करने वाले किसानों को मिला लाभ।

कैथल, जागरण संवाददाता। सरकार की तरफ से किसी न किसी योजना के तहत किसानों को लाभ दिया जा रहा है। सरकार ने धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों के लिए भी आर्थिक लाभ देने की योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत सरकार की तरफ से प्रति एकड़ पांच हजार रुपये का लाभ किसानों को दिया गया। ढ़ाई एकड़ तक सीधी बिजाई करने वाले किसानों के खाता में राशि डाली गई। जिलेभर में 70 हजार किसान धान की खेती करते हैं। इनमें से 1520 किसानों ने धान की सीधी बिजाई की। पांच हजार रुपये प्रति एकड़ का लाभ किसानों को दिया गया। अब तक विभाग इन किसानों के खाते में एक करोड़ 44 लाख 70 हजार 400 रुपये की राशि डाल चुका है। अब कुछेक किसान ही इस योजना का लाभ लेने से वंचित हैं, उनके खाता में राशि क्यों नहीं आई, इसे लेकर विभागीय अधिकारी दर्ज किए गए रिकार्ड की जांच कर रहे हैं।

गुहणा व खेड़ी गुलामअली के किसानों ने ज्यादा संख्या में की सीधी धान बिजाई

जिले में धान की सीधी बिजाई को लेकर किसान जागरूक हो रहे हैं। इस बार सीजन में गांव गुहणा व खेड़ी गुलामअली के किसानों ने ज्यादा संख्या में धान की सीधी बिजाई की। कृषि विभाग की तरफ से इन दोनों गांव के किसानों को प्रेरणा के रूप में दूसरे गांव के लोगों को बताते हुए जागरूक किया जा रहा है।

जिला कृषि उपनिदेशक डा. कर्मचंद ने बताया कि धान की सीधी बिजाई करने के लिए किसानों को जागरूक किया जाता है। सीधी बिजाई करने से किसानों को फायदा ही फायदा है। एक तो आर्थिक रूप से काफी बचत होती है, दूसरा जमीन की उर्वरक शक्ति भी बढ़ती है। पानी की बचत होती है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार ज्यादा किसानों ने धान की सीधी बिजाई की। जिन किसानों ने सीधी बिजाई के तहत फसल लगाई थी, उन्हें योजना का लाभ दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत दर्ज किसानों की संख्या एक लाख 24 हजार है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यूरा के तहत रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है।

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