Diarrhea: कैथल की ढांड अनाज मंडी में फैला डायरिया, दो मजदूरों की मौत, 70 बीमार

कैथल की ढांड अनाज मंडी में गंदा पानी पीने से दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है। मरने वालों में गांव बछवारा जिला बेगुसराय बिहार निवासी 21 वर्षीय मनु और दूसरा मजदूर बिहारी कालोनी ढांड का रहने वाला था। इसके अलावा करीब 70 मजदूर बीमार हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 08:29 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 08:29 PM (IST)
Diarrhea: कैथल की ढांड अनाज मंडी में फैला डायरिया, दो मजदूरों की मौत, 70 बीमार
कैथल की ढांड अनाज मंडी में गंदा पानी पीने से दो प्रवासी मजदूरों की मौत।

ढांड (कैथल), संवाद सहयोगी। ढांड अनाज मंडी में मार्केट कमेटी अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मंडी में काम करने वाले मजदूरों के लिए गंदे पानी की सप्लाई की जा रही थी। गंदा पानी पीने से दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है। मरने वाले की पहचान गांव बछवारा जिला बेगुसराय बिहार निवासी 21 वर्षीय मनु और दूसरा मजदूर बिहारी कालोनी ढांड का रहने वाला था। मंडी के मजदूरों के प्रधान सरवेश यादव, मेधानाथ, सुबोध, बलमंत ने करीब 70 मजदूर बीमार हैं, जिनका इलाज चल रहा है। सिविल सर्जन डा.जयंत आहुजा ने कहा कि दोनों मजदूरों की मौत डायरिया से हुई है। मंडी में डायरिया के छह मरीज मिले हैं। गंदे पानी की सप्लाई होने से मजदूरों में उल्टी दस्त की बीमारी फैल गई है।

मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

मजदूरों में बीमारी बढ़ी तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और वहां पानी की टंकियों कर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पानी की टंकियों में गंदगी फैली हुई थी। विभाग ने मौके पर तहसीलदार और मार्केट कमेटी के अधिकारियों को बुलाकर पानी की टंकियों की सफाई करवाई। जो मजदूर बीमार थे, उनका इलाज शुरू कर दिया गया है। मजदूरों के प्रधान सरवेश यादव ने आरोप लगाया कि गंदे पानी की सप्लाई को लेकर पहले भी कई बार विभाग को सूचित किया गया था, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ था।

ढांड : मंडी सुपरवाइजर को गंदे पानी की शिकायत बारे में शिकायत पत्र देते हुए मजदूर। 

दो प्रवासी मजदूरों की मौत

मजदूरों ने आरोप लगाया है कि पानी पीने से दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है और 70 मजदूर बीमार पड़ गए है। जो प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे है। मजदूरों का कहना है कि कमेटी द्वारा मंडी में जो पीने के पानी की टंकियां रखी हुई है, उनमें गंदा एवं सड़ा हुआ पानी है। जिसको पीकर हम लोग बीमार हो गए है। प्रधान सरवेश यादव,मेधानाथ,सुबोध,बलमंत,नक्कु राय,विनोद राय,सतीश, प्रमोद, रामपोलिस ने बताया कि कई दिनों से हमारे मजदूर उल्टी एवं दस्त से परेशान हो रहे हैं। लगातार डाक्टरों से दवाइयां लेने के बावजूद भी स्वास्थ्य में कोई सुधार नही हो रहा है। पानी की शिकायत संबंधित विभाग के अधिकारियों को कई बार कर चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नही हो रही है।

हम लोग यहां पर अपने परिवार के गुजारे के लिए दिहाड़ी करने के लिए आए हुए हैं। दिनरात मंडी में काम करते है और यहीं पर रहते हैं। प्रशासन का दायित्व बनता है है कि हमें मंडी में मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाए। लेकिन यहां सब कुछ उल्टा हो रहा है। हम मजदूरी करें या सरकारी कायरलयों में शिकायत के लिए चक्कर काटते रहें, कुछ समझ में नहीं आ रहा है। वे जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि उन्हें स्वच्छ जल मुहैया करवाया जाए और सभी मजदूरों के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच करवाई जाए।

ढांड की अनाज मंडी में पानी की टंकी से पानी के सैंपल लेते स्वास्थ्य विभागके कर्मचारी। 

एक्सईएन मार्केटिंग बोर्ड को लिख दिया है-मोर

इस बारे में ढांड मार्केट कमेटी सचिव देवेंद्र मोर ने कहा कि मजदूरों ने पानी पीने से बीमार होने व दो मजदूरों की मौत के बारे में लिखित में दिया है। मंडी में सभी टंकियों की सफाई पहले भी करवाई गई थी और आज भी करवा दी गई है। इस बारे में एक्सईएन मार्केटिंग बोर्ड को पत्र लिखा गया है। मजदूरों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। 

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