फाल्ट के बावजूद लाइन ब्रेकडाउन नहीं, हो सकता है हादसा
फाल्ट के बावजूद बिजली लाइन के ब्रेकडाउन नहीं होने से कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। निगम कर्मचारी सहित जनता इसकी चपेट में आ सकती है। जानमाल का नुकसान हो सकता है।
जागरण संवाददाता, समालखा : फाल्ट के बावजूद बिजली लाइन के ब्रेकडाउन नहीं होने से कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। निगम कर्मचारी सहित जनता इसकी चपेट में आ सकती है। जानमाल का नुकसान हो सकता है। बिजली वितरण निगम के अधिकारी व कर्मचारी इसे प्रसारण का फाल्ट बताते हैं तो प्रसारण के कर्मचारी वीसीबी व रिले में फाल्ट में इंकार कर रहे हैं। वहीं वितरण एसडीओ रवि कुमार का कहना है कि उनसे पहले के अधिकारी ने भी पावर हाउस को इस बारे में लिखा है। उन्होंने भी रिमाइंडर भेजा है। पैनल और रिले को ठीक करवाने कहा है।
कस्बे की गांधी कालोनी में गत वर्ष बिजली तार टूटकर गिरने के बावजूद उसमें करंट था। पास से गुजर रही एक बच्ची उसकी चपेट में आकर झुलस गई थी। तार टूटने के बाद भी फीडर ब्रेकडाउन नहीं हुआ था। बिजली दफ्तर के गेट पर तार टूटने के बावजूद फीडर ब्रेकडाउन नहीं होने से रिले की खराबी सामने आई ती। उसके बाद भी कई बार ऐसी घटना सामने आ चुकी है। मेजर फाल्ट के बावजूद वेक्यूम सर्किट ब्रेकर (वीसीबी) का ट्रिप नहीं करना गंभीर समस्या बना है।
वितरण के कर्मचारियों की मानें तो जनता और कर्मचारियों को इसका खामियाजा भुगतान पड़ सकता है। टी-थ्री ट्रांसफार्मर के पैनल 14 साल पुराने हैं। उसकी हालत जर्जर है, जिससे सप्लाई में दिक्कत आती रहती है। वहीं टी-वन का पैनल बदलने के बाद से वह ठीक चल रहा है।
कार्यकारी अभियंता अनिल कुमार ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। स्वयं इस संबंध में पावर हाउस अधिकारी से बात करेंगे। लाइन में फाल्ट आने पर फीडर का ट्रिप करना लाजमी है। रिले में खराबी से कई बार लाइन ट्रिप नहीं करती है।