Dengue Alert: यमुनानगर में डेंगू की दहशत, अस्पतालों में कतारें, जांच किट के भी बढ़े रेट

मौसम में ठंडक आनी शुरू हो गई है लेकिन अभी भी डेंगू का प्रकोप कम नहीं हुआ है। निजी अस्पतालों में काफी मरीज वायरल व डेंगू के दाखिल हैं। वायरल होते ही मरीज तुरंत डाक्टर के पास दौड़ रहे हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 02:24 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 02:24 PM (IST)
Dengue Alert: यमुनानगर में डेंगू की दहशत, अस्पतालों में कतारें, जांच किट के भी बढ़े रेट
डेंगू के बढ़ रहे प्रकोप के बीच जांच किट का भी रेट बढ़ा।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। जिले में भले ही सरकारी रिकार्ड में तीन दिन से डेंगू के नए मरीज नहीं आए हैं, लेकिन अभी खतरा पूरी तरह से कम नहीं हुआ है। लोगों में डेंगू को लेकर दहशत है। यही वजह है कि निजी अस्पतालों में अधिक भीड़ लग रही है। अभी भी निजी अस्पतालों में वायरल व डेंगू के काफी मरीज दाखिल हैं। सरकारी रिकार्ड में अभी तक 107 मरीज हैं। निजी अस्पतालों में इससे कही अधिक मरीज दाखिल हैं। इन सबके बीच डेंगू की जांच के लिए आने वाली एनएस वन किट की भी किल्लत हो गई है। निजी लैब संचालकों को यह किट 400 से 450 रुपये में मिल रही है। जबकि पहले यह किट महज 150 रुपये में मिलती है। किट महंगी होने से निजी लैब संचालकों ने भी जांच की दर बढ़ा दी है। जिसका नुकसान मरीज को झेलना पड़ रहा है। 

नहीं कम हुआ डेंगू का प्रकोप

मौसम में ठंडक आनी शुरू हो गई है, लेकिन अभी भी डेंगू का प्रकोप कम नहीं हुआ है। निजी अस्पतालों में काफी मरीज वायरल व डेंगू के दाखिल हैं। वायरल होते ही मरीज तुरंत डाक्टर के पास दौड़ रहे हैं। सरकारी अस्पताल में भी रोजाना 200 से 250 मरीज वायरल के ही आ रहे हैं। जिनका प्लेटलेट व डेंगू का भी टेस्ट कराया जा रहा है। निजी चिकित्सकों के पास भी वायरल के मरीजों की लंबी लाइन लगी हुई है। वायरल होते ही ूमरीजों को तुरंत जांच के लिए लैब में भेजा जा रहा है। 

किट के भी बढ़ गए रेट

डेंगू के बढ़ रहे प्रकोप के बीच जांच किट का भी रेट बढ़ गया है। सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच निशुल्क होती है, लेकिन निजी लैब पर अलग-अलग रेट हैं। सरकारी अस्पतालों में एलाइजा टेस्ट किया जाता है। यही मान्य है, लेकिन निजी लैब पर एनएस वन कार्ड के जरिए टेस्ट किया जाता है। एलाइजा में जहां 95 प्रतिशत तक सही रिजल्ट आता है। वही एनएस वन कार्ड में 90 प्रतिशत तक रिजल्ट आता है। इसके बावजूद लोग निजी लैब पर ही जांच कराने के लिए अधिक जा रहे हैं। यही वजह है कि पहले जहां एनएस वन कार्ड 150 रुपये तक में मिलता था। अब यही 400 से 450 रुपये तक में मिल रहा है। जिससे लैब संचालकों ने भी टेस्ट के रेट बढ़ा दिए हैं।

यदि प्लेटलेट व टीएलसी की जांच करानी है, तो इसके लिए 150 से 200 रुपये लिए जा रहे हैं। यदि डेंगू का टेस्ट कराना है, तो इसमें लिए 500 से 700 रुपये तक लिए जा रहे हैं। एक निजी लैब संचालक ने बताया कि यहां पर एनएस वन 400 से 500 रुपये तक में मिल रहा है। इसलिए वह अंबाला से कार्ड मंगवा रहे हैं। वहां से 300 से 350 रुपये तक में मिल रहा है। 

निजी अस्पताल पर मरीजों का हंगामा 

डेंगू व वायरल को लेकर लोग घबराए हुए हैं। जगाधरी के झंडा चौक स्थित एक क्लीनिक पर देर रात तक मरीजों की भीड़ लगी रहती है। यहां हालात ऐसे हैं कि बाहर देर तक मरीज बारी आने के इंतजार में बैठे रहते हैं। यहां से काफी मरीज ठीक भी हुए हैं। जिस वजह से यहां पर अधिक भीड़ लगती है। हालांकि क्लीनिक में जगह कम होने की वजह से व्यवस्था नहीं बन पाती।

शनिवार की रात एक युवती को बुखार होने पर स्वजनों ने क्लीनिक के अंदर बिठा दिया, लेकिन उसे अंदर से बाहर निकाल दिया। इस पर स्वजनों ने हंगामा कर दिया। आरोप था कि बाहर मरीजों के बैठने के लिए भी जगह नहीं है। घंटों से मरीज बैठे हुए हैं। युवती की तबीयत अधिक खराब है। उसे अंदर बैठने के लिए भेजा, तो वहां से भी बाहर निकाल दिया। काफी देर तक हंगामा हुआ। इस दौरान डाक्टर जितेंद्र शर्मा भी क्लीनिक से बाहर आ गए। उनके साथ भी मरीजों की बहस हुई। बाद में पुलिस पहुंची और मामला शांत कराया। अंदर से एक-एक कर मरीज को बुलाया गया। इसके बाद ही मामला शांत हुआ।

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