Dengue Alert: हरियाणा में डेंगू का कहर, खानपुर में पानीपत के 13 मरीज भर्ती, अब तक 52 पाजिटिव
पाजिटिव मरीज के घर के आसपास 50-60 घरों में लार्वा विरोधी गतिविधियां करते हुए पानी की टंकी होदी गमलों रेफ्रीजरेटर की ट्रे व कंटेनरों में मच्छरों का लार्वा चेक किया गया। 50 बुखार के 50 से अधिक मरीजों की रक्त स्लाइड बनाई है।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पानीपत में डेंगू बुखार पैर पसार चुका है। इस माह 40 मरीज पाजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 13 मरीजों की सूची तो खानपुर मेडिकल कालेज से मंगलवार को ही मिली है। ये सभी वहां उपचाराधीन हैं या डिस्चार्ज हो चुके हैं। विभाग इनके घर के आसपास लार्वा विरोधी गतिविधियां चलाएगा।
अभी तक 52 मरीज पाजिटिव मिल चुके हैं
जिला मलेरिया अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुनील संडूजा ने बताया कि सोमवार को डेंगू के नौ केस मिले थे। प्रत्येक पाजिटिव मरीज के घर के आसपास 50-60 घरों में लार्वा विरोधी गतिविधियां करते हुए पानी की टंकी, होदी, गमलों, रेफ्रीजरेटर की ट्रे व कंटेनरों में मच्छरों का लार्वा चेक किया गया। 50 बुखार के 50 से अधिक मरीजों की रक्त स्लाइड बनाई है। चार घरों में लार्वा मिला, उन्हें नोटिस थमाए गए हैं। मंगलवार को खानपुर मेडिकल कालेज से 13 मरीजों की सूची शाम के समय मिली है। इन मरीजों के फोन नंबर पर काल कर घरों को चिन्हित किया जा रहा है। बुधवार को इन एरिया में भी लार्वा विरोधी गतिविधियां कराई जाएंगी।
डा. संडूजा के मुताबिक सिविल अस्पताल के पुरुष और महिला वार्ड में चार-चार बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है। एक मरीज उपचाराधीन भी है। उन्होंने मरीजों को मच्छरों से बचाव और प्लेटलेट्स संख्या घटने पर तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है।
इसलिए लौटकर आता है डेंगू
प्रिंसिपल मेडिकल आफिसर एवं फिजिशियन डा. संजीव ग्रोवर ने बताया कि डेंगू के चार रूप डी-वन, डी-टू, डी-थ्री और डी-फोर हैं। मरीज को डेंगू के किसी एक रूप ने सताया है तो इलाज से उसके शरीर में वायरस से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। अगली बार जब भी उसे डेंगू होगा तो नया रूप सामने आएगा।
घटते-बढ़ते रहे डेंगू केस
2016- 12
2017-469
2018-133
2019- 04
2020-272
2021- 52 (19 अक्टूबर तक)
मच्छरों से बचाव के तरीके
शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें।
खिड़कियों और दरवाजों पर महीन जाली लगवाएं।
घर-आफिस के आसपास पानी जमा न होने दें।
कूलर और गमलों का पानी रोजाना बदलें।
रेफ्रीजरेटर की ट्रे रोजाना साफ करें।
मच्छरदानी लगाकर ही सोएं।
पानी की टंकी, होदी, बाल्टी को हमेशा ढककर रखें।
डेंगू के बुखार के लक्षण
उल्टी होना, तेज बुखार होना।
सिर में दर्द रहना।
मांसपेशियों-हड्डियों में दर्द रहना।
शरीर पर लाल दाने या चकत्ते होना।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के घरेलू नुस्खे
गिलोय का जूस :डेंगू बुखार में प्लेटलेट बढ़ाने के लिए गिलोय का सेवन किसी भी रूप में औषधि है। गिलोय का जूस पीकर प्लेटलेट्स बढ़ाई जा सकती है।
पपीता के पत्ते का रस : पपीता के पत्तों का जूस भी डेंगू वायरस से लड़ने में मदद करता है। अगर आपके घर में कोई डेंगू बुखार से पीड़ित है तो उसे यह रस पिलाएं।
एलोवेरा का जूस : एलोवेरा भी एक औषधि है। यह डेंगू वायरस से लड़ता है। डेंगू में एलोवेरा को घर में पीसकर उसका रस पीने से प्लेटलेट्स बढ़ती हैं।
बकरी का दूध : बकरी के दूध में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो डेंगू के खिलाफ काम करते हैं। चिकित्सक की सलाह से बकरी के दूध का सेवन करें।