कार चोरी का केस दर्ज करा इश्योरेंस की राशि हड़पी, फिर दोस्त को दो लाख में बेच दी, इस तरह पकड़े गए
पुलिस ने मुख्य आरोपित दिल्ली के त्रिनगर के विपिन और कार खरीदने वाले पानीपत के दोस्त राकेश को गिरफ्तार किया। कागजात चेक करने पर दोनों पकड़ में आए। पेपर देने से इन्कार कर रहे थे। पुलिस ने आनलाइन नंबर चेक किया तो फर्जी मिला। खुल गया दोनों का राज।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पानीपत में धोखाधड़ी का अजब गजब मामला सामने आया है। दिल्ली के रहने वाले युवक ने कार (आइ-20) चोरी का मुकदमा दर्ज कराकर इश्योंरेंस की राशि हड़प ली। इसके बाद गाड़ी को दो लाख रुपये में अपने दोस्त को बेच दिया। क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए-टू) ने दोनों युवकों को पानीपत के टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार कर गाड़ी बरामद कर ली। गाड़ी पर हरियाणा नंबर की फर्जी प्लेट लगा रखी थी। पुलिस ने चालक से गाड़ी के कागजात मांगे तो आनाकानी करने लगा। आनलाइन जांच की तो आरोपित पुलिस के शिकंजे में फंस गया।
सीआइए-टू के राजेश कुमार ने पुलिस को शिकायत दी कि मुखबिर ने सूचना दी कि दिल्ली के पुराना बस अड्डा के त्रीनगर के विपिन ने दिल्ली नंबर की कार अपने दोस्त देशराज कालोनी के राकेश को बेच रखी है। गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट लगी है।
इंजन नंबर से पता चला
टोल प्लाजा के पास हुंडई एजेंसी के सामने कार को रुकवाकर चालक राकेश से कागजात मांगे तो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। आनलाइन गाड़ी के इंजन नंबर से पता चला कि गाड़ी चोरी का दिल्ली में मामला दर्ज है। राकेश और गाड़ी में बैठे विपिन को गिरफ्तार कर लिया। सेक्टर 13-17 थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया गया।
साजिश कर दोस्त को बेच दी गाड़ी
पुलिस पूछताछ में राकेश ने बताया कि उसने सलाह करके 2019 में विपिन से दो लाख रुपये में कार खरीद ली थी। विपिन ने केशवपुरम थाना दिल्ली में कार चोरी की शिकायत दर्ज करा दी थी। गाड़ी विपिन के पिता चुड़ियामल के नाम है। बाद में विपिन ने कार के इंश्योरेंस की राशि भी हड़प ली। वह गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर इसे चला रहा था। पुलिस दोनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है कि उनके साथ साजिश में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। कई और वाहन तो आरोपितों ने नहीं बेच रखे हैं।