सांसों के लिए खतरनाक हुई दिन की हवा, एयर क्वालिटी इंडेक्स 271
नवरात्र मेला और त्योहारों के चलते बाजार में भीड़ बढ़ती जा रही है। पानीपत ही नहीं आसपास के गांवों के लोग बाजारों में खरीदारी करने आ रहे हैं। धूल और गर्द का गुबार उड़ रहा है। हवा खतरनाक स्तर पर पहुंचना शुरू हो चुकी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक का रूप लगातार बिगड़ता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नवरात्र मेला और त्योहारों के चलते बाजार में भीड़ बढ़ती जा रही है। पानीपत ही नहीं आसपास के गांवों के लोग बाजारों में खरीदारी करने आ रहे हैं। धूल और गर्द का गुबार उड़ रहा है। हवा खतरनाक स्तर पर पहुंचना शुरू हो चुकी है। वायु गुणवत्ता सूचकांक का रूप लगातार बिगड़ता जा रहा है। हानिकारक गैसों की मात्रा मानक से दोगुनी हो गई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स 271 तक पहुंच गया है।
पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा सांसों के लिए खतरनाक होती जा रही है। सांस रोगियों, दमा, टीबी, कोविड़ की चपेट में आ चुके रोगी, बच्चे और बुजुर्गों के लिए खतरा हो सकता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की उद्योगों पर आटोमेटिक मानीटरिग कर रहा है। उसके बाद भी प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही।
नवंबर माह में वायु प्रदूषण की हालत बेहद खराब परिस्थिति में पहुंच जाती है, जब तापमान कम होने लगता है। इस बार पहले ही हवा बिगड़ती जा रही है। वायु प्रदूषण की वजह वाहनों से निकलने वाला धुआं और सड़क से उड़ती धूल है। शहर के सेक्टरों से लेकर कालोनियों में सड़कें गड्ढ़ों में तब्दील होती जा रही है। कंस्ट्रक्शन का सामान खुले में पड़ा। धूल से बचाव के लिए पानी का छिड़काव जरूरी है।
बाजारों में जाम को कम करने के लिए नगर निगम और पुलिस ने अभियान तो चलाया हुआ है, लेकिन दिन में ई-रिक्शा फोर व्हीलर बाजारों में जाम लगा रहे हैं। पुलिस की व्यवस्था कम है। मंडियों में धान की आवक पीक पर चल रही है। धान की सफाई करने के दौरान धूल उड़ रही है। खेतों में पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। ऐसे में आने वाले समय प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में पहुंच सकता है। बुधवार को को एयर क्वालिटी इंडेक्स की स्थिति
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सेक्टर 18 में संचालित आन लाइन वायु प्रदूषण मानिटरिग सिस्टम के डाटा के मुताबिक हवा में पीएम 2.5 271, पीएम 10 - 195, एनओ2 12, एनएस 3 2, एसओ2 52 , सीओ 14 रहा।