पावटी गांव की बेटियों ने नेटबॉल में हरियाणा की टीम को दिलाया सोना

जीत के बाद सोमवार को गांव पहुंचने पर दोनों का स्वागत हुआ। रेलवे स्टेशन से बैंड बाजे के साथ इन्हें गांव ले जाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 07:16 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 07:16 AM (IST)
पावटी गांव की बेटियों ने नेटबॉल में हरियाणा की टीम को दिलाया सोना
पावटी गांव की बेटियों ने नेटबॉल में हरियाणा की टीम को दिलाया सोना

जागरण संवाददाता, समालखा : नेशनल फेडरेशन आफ इंडिया द्वारा तेलंगाना के खम्मम में आयोजित 33वीं जूनियर नेशनल नेटबॉल प्रतियोगिता में पावटी की दो बेटियों के बदौलत हरियाणा टीम को स्वर्ण पदक मिला है। दोनों पावटी राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल की 12वीं की छात्रा हैं। 7-8 फरवरी को सोनीपत के खरखौदा में इनका ट्रायल हुआ था। 15 दिनों का प्रशिक्षण भी सोनीपत में लिया। जीत के बाद सोमवार को गांव पहुंचने पर दोनों का स्वागत हुआ। रेलवे स्टेशन से बैंड बाजे के साथ इन्हें गांव ले जाया गया।

पावटी की मोना और साक्षी ने बताया कि 24 से 27 फरवरी तक प्रतियोगिता चली थी। विभिन्न प्रदेशों की करीब दर्जन टीम इसमें भाग ले रही थी। चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल को हराकर उनकी टीम क्वार्टर फाइनल तो केरल को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची। फाइनल में उनका मुकाबला दिल्ली से हुआ। दिल्ली को 10 अंकों से पराजित कर हरियाणा टीम विजेता बनी। दिल्ली को 21 तो हरियाणा को 31 अंक मिले।

मोना की उपलब्धियां

मोना ने बताया कि छह साल पहले उसने नेटबॉल खेलना शुरू किया। 2014 में जिला स्तर पर गोल्ड जीता। उसी साल यमुनानगर में आयोजित राज्य स्तरीय स्कूली प्रतियोगिता में भाग लिया। वह 2018 में बिहार के आरा में आयोजित सब जूनियर में गोल्ड और हिमाचल के ऊना में 2019 में आयोजित सब जूनियर में भी गोल्ड जीत चुकी है।

साक्षी की उपलब्धियां

साक्षी ने बताया कि उसे भी बिहार के आरा में आयोजित सब जूनियर 2018 में सोना और 2019 में पंजाब में आयोजित जूनियर नेटबॉल में गोल्ड पदक मिल चुका है। दोनों देश का नाम रोशन करना चाहती है। सेना में जाकर सेवा करने का लक्ष्य है। इस अवसर पर मोना के पिता सुरेश, चाचा जोगिद्र, साक्षी के पिता तेजबीर, जयगोपाल शर्मा मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी