नाचते गाते, बीन बजाते हुए ट्रैक्टरों में सवार होकर पहुंचे किसान

किसान महापंचायत में प्रदेशभर के किसानों ने भाग लिया। इस दौरान किसान नाचते गाते बीन बजाते हुए ट्रैक्टरों में सवार होकर मंच तक आए। इसके लिए हरियाणा का प्रसिद्ध गायक व कलाकार राममेहर महला ने भी लोगों को संगीत सुनाकर खूब मनोरंजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 04:30 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 04:30 AM (IST)
नाचते गाते, बीन बजाते हुए ट्रैक्टरों में सवार होकर पहुंचे किसान
नाचते गाते, बीन बजाते हुए ट्रैक्टरों में सवार होकर पहुंचे किसान

जागरण संवाददाता, पानीपत : पानीपत की नई अनाज मंडी में आयोजित किसान महापंचायत में प्रदेशभर के किसानों ने भाग लिया। इस दौरान किसान नाचते गाते, बीन बजाते हुए ट्रैक्टरों में सवार होकर मंच तक आए। इसके लिए हरियाणा का प्रसिद्ध गायक व कलाकार राममेहर महला ने भी लोगों को संगीत सुनाकर खूब मनोरंजन किया। यह महापंचायत भारत बंद से ठीक एक दिन पहले की गई।

राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां छाया में बैठे हुए भी आप सभी गर्म हैं। यहां सब क्रांतिकारी हैं। उन्होंने कहा कि किसान मान सम्मान को प्राथमिकता देता है। हम धोखा नहीं देते और के उपर है, उन्हें आगे आकर इस संघर्ष में हमारा साथ देना होगा। ये आमने-सामने की लड़ाई। खुली छत की कार में सवार होकर किया अभिवादन

राकेश टिकैत किसान महापंचायत में दोपहर दो बजे पहुंचे। इस दौरान खुली छत की कार से किसानों का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान किसानों में राकेश टिकैत को देखने के लिए काफी भीड़ उमड़ पड़ी। राकेश टिकैत ने कहा कि हम शिफ्ट में काम करते हैं कोई सुबह आ जाएगा, कोई शाम को आ जाए। हमारे हौंसले बुलंद हैं। पीएम की कोठी के सामने बैठ जाएंगे

भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान अभी शांत है। अगर हमें क्रोध आ गया तो प्रधानमंत्री की कोठी के सामने बैठ जाएंगे। हमने वोट देकर सरकार बनाई। आपके पास बदलाव की भी ताकत गया। सरकार तो किसान ही बनाता है। किसान देश की जीडीपी में अहम भूमिका निभाता है। आज उसी किसान को लूटा जा रहा है। किसान को 70 साल से लूटा जा रहा है। कनपटी पर बंदूक रखकर नहीं, बल्कि कानून बनाकर। छात्रा महक कादियान ने कविता के माध्यम से साधा निशाना

महक कादियान ने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे, तब तक घर वापस नहीं जाएंगे। इंटरनेट के कनेक्शन कट सकते हैं लेकिन किसान के दिल की तरंगों को नहीं काट सकते। किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है। किसान बहुत भोला है। कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला ने कहा, जिस तरह अर्जुन को केवल मछली की आंख दिखाई दी थी, ठीक उसी तरह आपको भी कानून को ही देखना है। इसे रद कराना है।

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