केवाईसी (KYC) अपडेट करने को भेजा लिंक, क्लिक करते हुए मोबाइल हैक, फिर हुई ठगी
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में ठगी का मामला सामने आया है। केवाईसी के लिए लिंक भेजकर मोबाइल हैक कर लिया। इसके बाद हैकरों ने क्रेडिट कार्ड की डिटेल लेकर ठगी कर ली। करीब 39 हजार 999 रुपये ठग लिए गए।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। सदर थाना पुलिस के अंतर्गत एक बैंक उपभोक्ता को क्रेडिट कार्ड बनवाने का झांसा दे कर अज्ञात व्यक्ति ने खाते से 39 हजार 999 रुपये निकाल लिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।
सेक्टर पांच निवासी हरि प्रेम ने सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पास दो जून को सायं चार बजकर 40 मिनट पर काल आई थी। फोन करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह एचडीएफसी बैंक की ओर से बात कर रहा है। उसे क्रेडिट कार्ड बनवाने के बारे में एक लिंक भेजा और कहा कि आपका नया क्रेडिट कार्ड अप्लाई हुआ है। वह आनलाइन अपनी केवाइसी करवा ले। जैसे ही उसने अपने मोबाइल से लिंक पर क्लीक किया तो उसने उपभोक्ता का मोबाइल हैक किया और उसके क्रेडिट कार्ड से 39 हजार 999 रुपये की स्थानांतरिक कर ली।
आरोपित से मोबाइल पर बात होते-होते खाते से 39 हजार 999 रुपये कट गए और आरोपित ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। शिकायतकर्ता ने तुरंत बैंक में फोन करके अपना कार्ड बंद करवा लिया। शिकायतकर्ता ने सदर थाना पुलिस में शिकायत देकर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई कर उसके पैसे वापस दिलवाने की मांग की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच एसआइ जीत सिंह को सौंपी है।
साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से कर रहे ठगी, सावधान रहें किसी से अपनी निजी जानकारी सांझा न करें : डीएसपी सुभाष चंद्र
डीएसपी मुख्यालय सुभाष चंद्र ने कहा कि साइबर अपराधी अपराध करने के नए नए तरीके अपना रहें हैं और आमजन को ठगी का शिकार बना रहें हैं। जैसे-जैसे लोग डिजिटल हो रहे हैं वैसे-वैसे साइबर अपराधी अपराध करने के नए तरीके अपना रहे हैं। हर रोज कोई न कोई व्यक्ति इन ठगों के चंगुल में फंस जाता है। अगर आपके मोबाइल पर कोई अनजान काल या संदेश आता है या फिर किसी प्रकार का कोई लिंक भेजा जाता है, तो उसको ओपन न करें। किसी भी व्यक्ति के साथ अपना बैंक खाता, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, आधार कार्ड की डिटेल, ओटीपी, पिन को सांझा ना करें। अपने सोशल मीडिया एकाउंट, ई-मेल को सुरक्षित पासवर्ड से सुरक्षित रखें। समय-समय पर अपना पासवर्ड बदलते रहें। अपना एटीएम का पिन कोड लिख कर नहीं रखें और न ही किसी को ओटीपी बताएं। फर्जी काल से बचें।