यमुनानगर में अजब-गजब ये साइबर ठगी, इस ई वॉलेट एप के जरिए खाते से उड़ाए 79 हजार 992 रुपये

यमुनानगर में साइबर ठगी का अजब गजब मामला सामने आया है। गूगल पे से पेमेंट भेजने के नाम पर व्यापारी की पत्नी के खाते से साइबर ठग ने 79 हजार 992 रुपये ठग लिए। ठग ने पहले 10 रुपये ई वॉलेट से भेजे। इसके बाद ठगी की।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 01:23 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 01:23 PM (IST)
यमुनानगर में अजब-गजब ये साइबर ठगी, इस ई वॉलेट एप के जरिए खाते से उड़ाए 79 हजार 992 रुपये
यमुनानगर में साइबर ठगी का मामला सामने आया।

यमुनानगर, जेएनएन। अगर आप ई वॉलेट यूज कर रहे हैं तो जरा संभलकर। कहीं ऐसा न हो अनजान शख्‍स आपके ई वॉलेट के जरिए आपका बैंक खाता खाली कर दे। एक ऐसा ही मामला यमुनानगर में आया है। 

मार्बल व्यापारी के खाते से पत्थर खरीदने के नाम पर गूगल पे से पेमेंट करने की बात कह 79 हजार 992 रुपये साफ कर दिए। पेमेंट के लिए व्यापारी ने आरोपित को अपनी पत्नी का मोबाइल नंबर दिया था। आरोपित ने पहले दस रुपये भेजे। इसके बाद उनके खाते से नौ हजार 999 रुपये की आठ ट्रांजेक्शन कर पैसे उड़ा लिए। सेक्टर 17 थाना पुलिस ने व्यापारी की शिकायत पर केस दर्ज किया। 

जगाधरी की वीरनगर कालोनी निवासी संजीव जैन का मार्बल का काम है। बुधवार सुबह करीब दस बजे उनके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने उनसे पत्थर खरीदने के बारे में बातचीत की। रेट की बातचीत होने पर आरोपित ने उन्हें लाडवा में पत्थर भिजवाने को कहा, लेकिन संजीव ने लॉकडाउन होने की वजह से वाहन न मिलने की बात कही। इस पर आरोपित ने अपना वाहन भेजने के लिए कह दिया। 

रेट तय होने पर उन्होंने आरोपितों को पैसे भेजने के लिए अकाउंट नंबर दिया। जिस पर आरोपित ने अकाउंट में रुपये भेजने में असमर्थता जता दी और गूगल पे के माध्यम से पैसा भिजवाने के लिए नंबर मांगा। जिस पर संजीव ने पत्नी का मोबाइल नंबर दे दिया। आरोपित ने कहा कि वह गूगल पे से दस हजार रुपये से अधिक की पेमेंट नहीं भेज सकता। इसलिए नौ हजार 999 रुपये की किस्तों में पैसे भेजेगा। 

इस तरह से आठ बार ट्रांजेक्शन हुई और पत्नी के खाते से  79 हजार 992 रुपये साफ हो गए। पत्नी ने काफी देर बाद मैसेज देखा। जब पता लगा कि पैसे जमा होने के बजाय निकल गए हैं, तो आरोपित को कॉल की, लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं की। जांच अधिकारी एएसआइ वेदपाल का कहना है कि आरोपित के मोबाइल नंबर के अाधार पर पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

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