अंबाला, जेएनएन। अप्रैल माह में पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद अंबाला की जनता को चोरों से निजात नहीं मिल पाई है। इतना ही नहीं हथियारों की तस्करी बढ़ी, तो ठगों ने भी अपना खूब जाल बिछाया। इतना ही नहीं छीनाझपटी के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी गई है।
हालात यह हैं कि हर दिन चोरी के तीन मामले दर्ज किए गए हैं। खास है कि चोरी की अधिकतर वारदातें रात के वक्त हुईं, जबकि जिले में कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है। नाकाें पर पुलिस तैनात है और फिर भी चोर लगातार अपने मंसूबों को अंजाम देने में कामयाब हुए हैं। चोरी के सबसे ज्यादा मामले अंबाला सिटी व मुलाना थाना क्षेत्र के तहत दर्ज हुए हैं। राहत की बात है कि पंजोखरा व अंबाला सदर थाना क्षेत्र में चोरी का एक भी मामला सामने नहीं आया है। कुल मिलाकर अप्रैल माह अपराध के लिहाज से लोगों के लिए राहत भरा नहीं रहा है।
इस तरह से दूसरे पखवाड़े में चोरी का ग्राफ
अप्रैल माह के दूसरे पखवाड़े (16-30 अप्रैल) का ग्राफ राहत भरा नहीं है। इस दौरान जिला भर में चोरी के 45 मामले दर्ज किए गए है, जबकि छीनाझपटी के पांच मामले सामने आए हैं। चोरी की सबसे ज्यादा वारदातें अंबाला सिटी, मुलाना, बलदेव नगर व शहजादपुर थाना क्षेत्रों में आई हैं। खास है कि अंबाला सदर और पंजोखरा थाना क्षेत्रों में चोरी की वारदात सामने नहीं आई है। दूसरी ओर छीनाझपटी के पांच मामले इस दौरान सामने आए हैं।
यह क्राइम भी बढ़ा
दूसरे पखवाड़े में नशा, हथियार व ठगी के मामले दर्ज किए गए हैं। इस पखवाड़े में नशा तस्करी के आठ मामले सामने आए हैं, जबकि हथियार तस्करी के पांच मामले सामने आए हैं। हैरानी की बात है कि इस अवधि में ठगी के पंद्रह मामले सामने आए हैं।
यह हैं चोरी के तुलनात्मक आंकड़े
1 से 15 अप्रैल 16 से 30 अप्रैल
चोरी/छीनाझपटी चोरी/छीनाझपटी
अंबाला कैंट 17/1 12/0
अंबाला शहर 14/1 15/1
ग्रामीण 14/0 19/4
यह अपराध इस तरह से बढ़े
जिला में पहले पखवाड़े में जुआ के जहां 42 मामले सामने आए, वहीं दूसरे पखवाड़े में आंकड़ा कम होकर 15 रह गया। इसी तरह पहले पखवाड़े में नशा के 8 व दूसरे में 7, आर्म्स एक्ट के तहत पहले पखवाड़े में कोई मामला नहीं आया, जबकि दूसरे में पांच मामले आए। इसके अलावा पहले पंद्रह दिनों में ठगी के जहां पांच मामले आए थे, वहीं दूसरे पखवाड़े में आंकड़ा बढ़कर 14 हो चुका है।