कोरोना की दूसरी लहर में छात्र बने सुपर स्प्रेडर, कुरुक्षेत्र में सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट
कोरोना वायरस संक्रमण काल की दूसरी लहर में छात्र सुपर स्प्रेडर बनकर सामने आए हैं। ये हकीकत स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में सामने आई है। 6168 कोरोना पॉजिटिव में से 1173 विद्यार्थी संक्रमित हो चुके हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई।
कुरुक्षेत्र, [विनीश गौड़]। कोरोना की दूसरी लहर में विद्यार्थी सुपर स्प्रैडर बने हैं। इस साल कुल मामलों में से 20 फीसदी कोरोना पॉजिटिव विद्यार्थी मिले हैं। यानी स्कूल खुलने के बाद कोरोना का प्रभाव भी बढ़ता चला गया। हालांकि सरकार ने 19 से 30 अप्रैल तक की छुट्टियां कर दी थी, लेकिन स्थिति को भांपते हुए अब जून माह में होने वाली गर्मियों की छुट्टियों को 22 अप्रैल से 31 मई तक करना पड़ा। यह तब है जब सबसे ज्यादा कोरोना के नियमों को स्कूलों में ही लागू कराया जा रहा था। मगर फिर भी विद्यार्थियों में इसके संक्रमण को रोका नहीं जा सका। क्योंकि इसके संक्रमण का प्रभाव किसी भी संक्रमित सामान को छूने के बाद हो जाता है। इस साल भी कोरोना का प्रभाव कक्षाओं पर बना रहने वाला दिखाई दे रहा है।
चार महीनों में 1173 विद्यार्थी निकले कोरोना पॉजिटिव
विद्यार्थियों को सुपर स्प्रैडर इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि चार महीनों में 20 फीसदी कोरोना पॉजिटिव विद्यार्थी हैं। जिले में अब तक 6168 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं इनमें से 1173 मरीज विद्यार्थी मिले हैं। अकेले अप्रैल माह में 3686 मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 682 विद्यार्थी मिले हैं। जिले में 18 अप्रैल को 24, 19 अप्रैल को 41, 20 अप्रैल को 36 और 21 को 20 विद्यार्थी कोरोना पॉजिटिव आए हैं।
माह कुल पॉजिटिव विद्यार्थी फीसदी
जनवरी 238 39 16
फरवरी 263 61 23
मार्च 1982 392 20
अप्रैल 3686 682 19
स्कूलों में सैंपल लेने का अभियान नियमित रूप से चला: डा. रमेश
डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश सभ्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्कूल खुलने के बाद नियमित रूप से जागरूकता और सैंपल लेने का अभियान चलाया गया है। यह संक्रमण किसी भी संक्रमित मरीज के किसी सामान को छूने के बाद दूसरे को हो सकता है।
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