कुरुक्षेत्र में ठगी, मकान की खरीद-फरोख्त में दंपती ने ठगे 40 लाख रुपये
कुरुक्षेत्र में ठगी का मामला सामने आया है। दंपती ने मकान का सौदा एक करोड़ 40 लाख रुपये किया। इसके बाद ठगी की वारदात को अंजाम दिया। दंपती ने 40 लाख रुपये ठग लिए। एनडीआरआइ कैंपस के टेक्नीकल अधिकारी से ठगी हुई।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र। सदर थाना पुलिस के अंतर्गत सेक्टर तीन के एक मकान की खरीद-फरोख्त में एनडीआरआइ कैंपस के टेक्नीकल अधिकारी से एक दंपती ने 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। आरोपित दंपती ने एक करोड़ 40 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज किया है।
करनाल के एनडीआरआइ कैंपस निवासी बलराज सिंह ने सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह एनडीआरआइ में टेक्नीकरल अधिकारी के पद पर कार्यरत है। उसकी बेटी वंदना व दामाद सुरेंद्र कुरुक्षेत्र के सेक्टर तीन में रहते हैं। सेक्टर तीन में ही रहने वाले सन्नी गिल्होत्रा व उसकी पत्नी रंजू गिल्होत्रा के साथ उसकी बेटी व दामाद की जान पहचान थी। आरोपित दंपती ने उसके दामाद के साथ मकान बेचने का जिक्र किया। उसे बताया कि उन्हें व्यापार में पैसे की जरूरत है। वह जल्द से जल्द अपने दो मंजिला मकान को बेचना चाहता है। इस मकान पर किस तरह का लोन नहीं है। उन पर विश्वास कर उन्होंने एक लाख 40 लाख रुपये में मकान का सौदा कर दिया। 10 जुलाई 2020 को शिकायतकर्ता व उसकी बेटी ने बतौर क्रेता-विक्रेमा हस्ताक्षर किए और गवाह रामपाल नंबरदार ने हस्ताक्षर किए। इकरारनामा के 15 लाख रुपये अदा किए गए।
रजिस्टरी की तारीख 21 नवंबर 2020 तय की गई। यह भी तय हुआ कि 40 लाख रुपये 17 अगस्त तक अदा कर देंगे। 16 जुलाई 2020 को आरोपितों ने संपर्क किया कि उसे पैसों की जरूरत है। इस पर उसने पांच लाख रुपये नकद व 10 लाख रुपये का चेक दिया। 40 लाख रुपये 11 नवंबर 2020 को अदा किए और 10 लाख रुपये 11 नवंबर को और दिए। कुल रकम 80 लाख रुपये अलग-अलग तारीख में अदा कर दिए। रजिस्टरी की तारीख 20 नवंबर से पहले 12 अक्टूबर को आरोपित से संपर्क किया तो उसने 20 नवंबर को रजिस्टरी कराने में असमर्थता दिखाई। दोनों पक्षों की सहमति से रजिस्टरी की तारीख 20 नवंबर से बढ़ा कर 20 दिसंबर तय की। आरोपित की प्रार्थना पर रजिस्टरी की तारीख फिर से 20 दिसंबर बढ़ाकर 28 फरवरी 2021 व उसके बाद 31 मार्च 2021 तय की गई।
मकान पर पहले से ही था आइसीआइसीआइ बैंक से लोन
इस दौरान शिकायतकर्ता को पता चला कि इस मकान पर पहले से ही आइसीआइसीआइ बैंक से लोन लिया हुआ है। जिसकी काफी अदायगी बकाया है। लोन की किश्तें भी सही प्रकार से अदा नहीं की गई है। इस बारे में शिकायतकर्ता व उसकी पुत्री ने आरोपित से 23 मई को संपर्क किया कि तो आरोपित ने कहा कि अगर वह रजिस्टरी नहीं करवा पाता तो वह बयाने के डबल पैसे अदा करेगा। इस एवज में आरोपित ने दो चेक 60-60 लाख रुपये के एचडीएफसी बैंक के दिए और कहा कि अगर वह मकान की रजिस्टरी नहीं करवा पाए तो चेक से रकम वसूल कर लें। एक लिखित तहरीर भी नोटिक से तसदीक कर दी गई। इसके बाद भी रजिस्टरी की तारीख बढ़ाई गई।
मकान का पहले भी किसी और के साथ किया हुआ था बयाना
शिकायतकर्ता व उसकी बेटी 31 अगस्त को 60 लाख रुपये लेकर सुबह से सायं पांच बजे तक रजिस्टरी कार्यालय में हाजिर रहे, मगर आरोपित ने रजिस्टरी नहीं कराई। जांच की तो पता चला कि आरोपित ने लोन की अदायगी नहीं की है। मकान का पहले से एक और बयाना 15 फरवरी 2020 किसी वरुण अग्रवाल के नाम के व्यक्ति के साथ कराया हुआ है। वरूण अग्रवाल ने हुडडा इस्टेट अधिकारी को भी एक नोटिस भेजा हुआ है, ताकि आरोपित रजिस्टरी न करवा सके। आरोपित की ओर से दिए चेक भी बाउंस हो गए। आरोपित मकान का ताला लगा कर अब चंडीगढ़ में रह रहा है।
पुलिस ने दंपती के खिलाफ किया केस दर्ज
पुलिस ने शिकायत के आधार पर दंपती सन्नी गिल्होत्रा व उसकी पत्नी रंजू गिल्होत्रा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच उपनिरीक्षक जीत सिंह को सौंपी है। जांच अधिकारी जीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायतकर्ता से पूरे दस्तावेज मांगे हैं, जिनके आधार पर जांच की जाएगी।