ट्रांसफार्मर शिफ्टिग की बजाय जाल लगाने पहुंचे निगम कर्मी, विरोध होने पर बैरंग लौटे
तहसील कैंप स्थित अशोक नगर मार्केट में सड़क किनारे लगे ट्रांसफार को शिफट्ट करने की बजाया उसके किनारे जाल लगाने पहुंची टभ्म को विरोध का सामना करना परू़ा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : तहसील कैंप स्थित अशोक नगर मार्केट में सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मर लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। उनमें से दो की शिफ्टिग का एस्टीमेट बनने के बावजूद उन्हें वहां से शिफ्ट करने की बजाय बिजली निगम के कर्मचारी मंगलवार को पुलिस के साथ उनके चारों तरफ जाल लगाने के लिए पहुंच गए। इससे नाराज मार्केट वासी विरोध में उतर आए। उन्होंने मामले से सांसद को अवगत कराया तो निगम कर्मियों को बगैर जाल लगाए वापस लौटना पड़ा। वहीं अशोक नगर मार्केट एसोसिएशन व कालोनी वासियों ने सांसद संजय भाटिया को पत्र लिखकर जाल की बजाय वहां से दो ट्रांसफार्मर शिफ्ट कराने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रधान हीरा कपूर, गौरव, रोहित कुमार, देवेंद्र सिंह, अंशुमन नारंग ने बताया कि मार्केट में सड़क किनारे कबाड़ी की दुकान के सामने बिजली निगम की तरफ से चार ट्रांसफार्मर रखे गए हैं। उनमें से एक से किसी फैक्ट्री व एक दूसरी कालोनी को बिजली सप्लाई होती है। दो से उनके एरिया में बिजली सप्लाई होती है। उनका कहना है कि उक्त ट्रांसफार्मरों में समय समय पर धमाके होते रहते हैं। कई बार धमाके के साथ आग तक लग चुकी हैं। ऐसे में मार्केट में हादसा होने का भय बना रहता है। इनमें से दो ट्रांसफार्मर शिफ्टिग की मांग को लेकर वह तीन साल से प्रयास कर रहे थे। कुछ दूरी पर पार्क में इसको लेकर जगह भी दिखाई। एक्सईएन ने जगह का मौका निरीक्षण तक भी किया और शिफ्टिग को लेकर एस्टीमेट तक बनकर पास हो गया। आरोप है कि उक्त दो ट्रांसफार्मर पार्क में एक कोने में रखने की बजाय गली में लगाने लगे। इस पर वहां के लोगों ने विरोध कर दिया और काम रूक गया। प्रधान ने बताया कि मंगलवार को जेई सुभाष गौतम कर्मचारियों व पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचा और ट्रांसफार्मरों के चारों तरफ लोहे का जाल लगवाने लगा। उन्होंने जाल लगाने का विरोध करते हुए सांसद को अवगत कराया। उनका कहना है कि एस्टीमेट बना होने के बावजूद भी बिजली निगम कर्मी ट्रांसफार्मर शिफ्टिग की बजाय जाल लगाकर खानापूर्ति करने में लगे हैं। जिसे वो होने नहीं देंगे। दोनों तरफ से हो रहा विरोध --
सिटी सब डिविजन के एसडीओ जतिन जांगड़ा का कहना है कि एक पक्ष यहां से ट्रांसफार्मर शिफ्ट करने तो दूसरा पक्ष शिफ्टिग वाली जगह न लगाने के लिए कह रहा है। ऐसे में समाधान निकलने तक सुरक्षा के लिहाज से जाल लगाने कर्मचारी गए थे।