50 लाख से अधिक बकायादारों को नोटिस दे रहा नगर निगम
जागरण संवाददाता पानीपत नगर निगम के आयुक्त सुशील कुमार के निलंबन की सिफारिश के बाद ि
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम के आयुक्त सुशील कुमार के निलंबन की सिफारिश के बाद निगम अधिकारी सकते में हैं। निगम अधिकारियों ने अब प्रापर्टी टैक्स की वसूली पर जोर देना शुरू किया है। 50 लाख रुपये अधिक जिन उद्योगों, सरकारी कार्यालयों, संस्थानों की तरफ बकाया है उनकी सूची तैयार कर नोटिस जारी करने शुरू किए हैं। नोटिस में एक सप्ताह का समय दिया है।
ऐसे 46 संस्थानों की सूची तैयार हुई है, जिनकी तरफ 50 लाख रुपये से अधिक का बकाया है। इस प्रकार 50 करोड़ से अधिक का बकाया बैठता है। प्रदेश सरकार ने निकायों को अपने पैरों पर खड़ा होने के निर्देश दिए हुए। अब तक नगर निगम ग्रांट के भरोसे चल रहे हैं। निगम का सबसे अधिका आय का सोर्स प्रापर्टी टैक्स और स्टांप ड्यूटी से होने वाली आय है। इसके अतिरिक्त बिजली निगम की ड्यूटी व नक्शे पास करने पर निगम को आय मिलती है। आउट कालोनी में रजिस्ट्री करवाने पर निगम की आय होती है। अकेले प्राप्रटी टैक्स से 33-34 करोड़ की सालाना आय होती है। निगम का अभी तक शहर वासियों की तरफ 23 करोड़ रुपये हाउस टैक्स बकाया है। शापिग माल, पीडब्ल्यूडी की तरफ भी निगम का करोड़ों रुपये बकाया है। कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह का कहना है कि बकाया दारों को 25 फीसद छूट का लाभ उठाना चाहिए। यह योजना 31 अक्टूबर तक चल रही है। पांच ही दिन योजना के शेष बचे हैं।