करनाल के गांवों में बढ़ रहे कोरोना के मामले, चारों तरफ से सील, 8 की मौत, 643 केस आए
कोरोना का कहर लगातार घातक होता जा रहा है। शहर के बाद अब गांवों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। गांवों में बढ़ती संक्रमण की तादाद को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग चलाएगा सर्च आपरेशन टीमों का किया गठन।
करनाल, जेएनएन। करनाल के गांवों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। रविवार को बड़ा गांव में काफी संख्या में कोरोना के केस मिलने के कारण कंटनमेंट जोन घोषित कर दिया है। गांव को चारों तरफ से एक सप्ताह के सील कर दिया गया है। किसी भी व्यक्ति की गांव में एंट्री नहीं होगी, वहीं बड़ा गांव के लोगों को भी बाहर जाने की इजाजत नहीं है।
जिला प्रशासन की ओर से सभी जरूरी चीजों की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों की ड्यूटियां लगा दी गई हैं। ड्यूटी मजिस्ट्रेट धर्मबीर सिंह ने यह जानकारी दी। कुंजपुरा थाना प्रभारी मुनीष कुमार की नेतृत्व में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। वहीं निवर्तमान सरपंच चरण सिंह ने गांव के लोगों से अपील की है कि इस महामारी के दौर में प्रशासन का सहयोग करें।
देहात में शुरू हुआ सर्च आपरेशन
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की जद में आए ग्रामीण क्षेत्रों में केस ढूंढने के लिए सर्च आपरेशन शुरू कर दिया गया है। हालांकि बड़े स्तर पर केसों को सर्च करने के लिए टीमें बनाई जा रही हैं। लेकिन अभी तक की छानबीन में भी चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बड़ा गांव में एक दिन में 50 से ज्यादा केस मिले हैं। वहीं निगदू, गांगर, निडाना, जुंडला, राहड़ा, कुंजपुरा में भी यही हालात हैं। इन गांवों पर जिला प्रशासन ने पैनी नजर बनाई हुई है। यहां पर संक्रमण कम नहीं हुआ तो इनको भी सील किया जा सकता है।
रविवार को कोरोना संक्रमण के 643 नए केस, आठ लोगों की मौत
जिले में रविवार को कोरोना संक्रमण के 643 नए मामले सामने आए हैं, जबकि आठ मरीजों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जिला में कोरोना वायरस से आशंकित 329055 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिनमें से 296033 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। जिले में अब तक 32880 संक्रमित मिल चुके हैं, जिसमें से 27097 मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं। जिला में संक्रमण की दर का 8.09 तक पहुंच गई हैं, वहीं मृत्यु दर भी एक प्रतिशत से ऊपर है। कोरोना से अब तक 344 लोगों की मौत हो चुकी है। इस समय जिले में सक्रिय केसों की संख्या बढ़कर 5439 तक पहुंच गई है।
लॉकडाउन से एक सप्ताह पहले ये थे कोरोना के हालात
तारीख संक्रमितों की संख्या मौत
25 अप्रैल 571 01
26 अप्रैल 673 04
27 अप्रैल 720 06
28 अप्रैल 765 08
29 अप्रैल 750 09
30 अप्रैल 883 08
एक मई 740 08
कुल 5102 44
लॉकडाउन के बाद घटे संक्रमण के केस, मौत के बढ़े\B
तारीख संक्रमितों की संख्या मौत
दो मई 780 10
तीन मई 449 10
चार मई 547 12
पांच मई 759 09
छह मई 620 10
सात मई 500 11
आठ मई 590 10
कुल 4888 72
कोरोना संक्रमण में गिरावट, मौत के मामले बढ़े
लॉकडाउन से ठीक पहले एक सप्ताह और लॉकडाउन के बाद के एक सप्ताह की स्थिति पर गौर किया जाए तो संक्रमण के आंकड़े में कमी देखने को मिली है। लॉकडाउन से एक सप्ताह पहले तक जिले में 5101 कोरोना संक्रमित मिले थे जबकि लॉकडाउन के बाद यह आंकड़ा घटकर 4888 रह गया। हालांकि मौत का आंकड़ा डराने वाला जरूर है। लॉकडाउन से पहले सप्ताह में महज 44 मरीजों की मौत हुई थी, जबकि लॉकडाउन के बाद एक सप्ताह में 72 मरीज कोरोना संक्रमण से दम तोड़ चुके हैं।
कोरोना महामारी पर नियंत्रण करने के लिए हमारी टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं। देहात में कोरोना संक्रमण का बढ़ना चिंता का विषय जरूर है, लेकिन घबराने की बात नहीं है। लोगों के सहयोग से हम गांवों को चिन्हित कर वहां पर टेस्टिंग बढ़ा रहे हैं। वैक्सीनेशन कराने के लिए भी हमारी टीमें लोगों को प्रोत्साहित कर रही हैं। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है, इसिलए बेझिझक लोगों को वैक्सीनेशन करना चाहिए। जिन गांवों में केस ज्यादा हैं वहां पर कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे। रविवार को बड़ा गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। लोगों से अपील है कि वे घरों से बाहर ना निकलें। कोरोना को हल्के में ना लें। कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करें।
डा. योगेश शर्मा, सिविल सर्जन करनाल।