Corona Vaccination: सक्षम और एएनएम ने संभाला सर्वे का जिम्मा, कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों का भी जुटा रहे डाटा
यमुनानगर में सर्वे कर रही टीमों ने जो आंकड़ा जुटाया उसमें 170 लोग ऐसे मिले है जिन्होंने अभी तक वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगवाई है। जिसमें से 400 लोगों को मौके पर ही वैक्सीन लगाने का कार्य किया गया।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। पूरे विश्व में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक के बाद स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड़ में आ गया है। ऐसे में विभाग का हर घर दस्तक अभियान इस संकट को मात देने में वरदान साबित हो सकता है। हालांकि आशा वर्करों ने जहां पिछले कुछ दिनों से चल रही अपनी हड़ताल को लेकर इस कार्य से मुंह मोड़ लिया है लेकिन अब इस अभियान को सफल बनाने का जिम्मा विभाग की एनएनएम, सक्षम व एमपीडब्ल्यू वर्कर ने अपने कंधों पर उठा लिया है। गांव दर गांव जा रही विभाग की टीमें न केवल कोरोनों सें संबंधित लक्षणों की जांच कर उनका डाटा जुटा रही हैं बल्कि जो लोग वैक्सीन लगाने से वंचित रह गए उनकी पहचान भी यह टीमें कर रही है।
11 हजार 900 घरों का हो चुका है सर्वे
एसएमओ डा. विजय परमार ने बताया कि विभाग की ओर से यह अभियान नवंबर माह में चलाया गया था। पहले जहां यह अभियान धीमी गति से चल रहा था लेकिन अब इस अभियान को और अधिक तेज कर दिया गया है। अभियान के तहत आठ टीमें इसमें कार्य कर रही है। जिसमें एनएनएम, सक्षम व एमपीड्ब्ल्यू कर्मचारी शामिल है। यह टीमें सामुदायिक केंद्र से जुड़े 102 गांवो में जाएगी। जिसकी ओर से अभी तक 11 हजार 900 घरों का सर्वे किया जा चुका है।
वैक्सीनेशन से छूटे लोगों की हो रही है पहचान
सर्वे कर रही टीमों ने जो आंकड़ा जुटाया है उसके अनुसार सीएचसी से जुड़े ऐसे गांवो में जहां सर्वे हो चुका है वहां 1170 लोग ऐसे मिले है जिन्होंने अभी तक वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं लगवाई है। जिसमें से 400 लोगों को मौके पर ही वैक्सीन लगाने का कार्य किया गया, जो लोग घर पर नहीं मिले उन्हें भी जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने बारे कहा गया है। इसके अलावा 3788 ऐसे लोग इस दौरान मिले जिन्हें दूसरी डोज नहीं लग पाई। जिसमें से 605 को मौके पर ही दूसरी डोज दी गई। जो लोग घर पर नहीं मिले उनकी निगरानी कर जल्द से जल्द उन्हें भी दूसरी डोज देने को लेकर प्रयास किया जा रहा है।
अन्य बीमारी से ग्रस्त लोगों की भी हो रही है पहचान
डा. परमार ने बताया कि इस सर्वे से उन्हें डबल फायदा मिल रहा है। एक ओर जहां कोरोना से संबंधित लक्षणों के ग्रस्त लोगों की पहचान हो पा रही है वहीं दूसरी ओर अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों का डाटा भी उनके पास एकत्रित हो रहा है। इस दौरान टीबी, बीपी, मधुमेह के मरीजों की पहचान कर उन्हें संबंधित बिमारी के बारे जानकारी दी जा रही है। साथ ही बच्चों व बुजुर्गो की देखभाल के बारे भी परिजनों को जागरूक किया जा रहा है।
ओमिक्रोन को लेकर अलर्ट है विभाग
विभाग कोरोना के नये वैरिएंट को लेकर अलर्ट मोड़ में है। जिसको लेकर विभाग ने जहां कोरोना जांच का दायरा बढ़ा दिया है वहीं लोगों को पहले से अधिक संभल कर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्हें कोविड़ नियमों का पालन करने की हिदायत दी जा रही है। बाहर से आने वालों पर नजर रखने के लिए आशा वर्करों को बोला गया है। इसके अलावा लोगों से अपील की जा रही है कि जहां तक हो सके यात्रा करने से बचे और अपनी वैक्सीन अवश्य ले।
सवा लाख के करीब पहुंच चुका है वैक्सीन का आंकड़ा
विभागीय आकंड़ों के अनुसार रादौर क्षेत्र में वैक्सीन लगवाने वालों का आंकड़ा सवा लाख के करीब पहुंच चुका है। अभी तक विभाग की ओर से करीब एक लाख 20 हजार 879 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। जिसमें से 79752 को प्रथम डोज व 41127 को दूसरी डोज दी जा चुकी है। जल्द ही विभाग पहले की भांति गांव दर गांव वैक्सीनेशन शिविर लगाने की तैयारी भी कर रहा है।