Corona Alert: यमुनानगर में कोरोना का खतरा नहीं हो रहा कम, अब रोजाना बढ़ रहे केस, स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी
मार्च माह में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी। तीन माह तक कोरोना ने लोगों को घेरे रखा। इन तीन माह में सबसे अधिक मरीज सामने आए। मरीजों को बेड से लेकर आक्सीजन तक की किल्लत झेलनी पड़ी थी। जुलाई माह के आखिर में कोरोना काबू में आया।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर में कोरोना का खतरा कम नहीं हो रहा है। रोजाना एक या दो केस अब भी मिल रहे हैं। फिलहाल जिले में आठ सक्रिय मरीज कोरोना के हैं। एक सप्ताह से रोजाना मरीज मिल रहे हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग बढ़ा दी है। रोजाना एक हजार सैंपलों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके।
सितंबर महीने में आए कोरोना के 15 मामले
मार्च माह में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी। तीन माह तक कोरोना ने लोगों को घेरे रखा। इन तीन माह में सबसे अधिक मरीज सामने आए। मरीजों को बेड से लेकर आक्सीजन तक की किल्लत झेलनी पड़ी थी। जुलाई माह के आखिर में कोरोना काबू में आया। जुलाई माह में 58 मरीज मिले थे। अगस्त माह में 40 ही मरीज मिले थे। अब सितंबर माह में 15 मरीज मिले हैं। कोरोना के मरीज कम होते गए, लेकिन जिला कोरोना से मुक्त नहीं हो सका। जुलाई से लेकर फिलहाल अक्टूबर माह तक कोरोना के सक्रिय मरीज जिले में है। अब कुछ दिनों से फिर से रोजाना मरीज मिल रहे हैं।
यह स्थिति अब तक की
माह सैंपल पाजिटिव रिकवर मौत
जनवरी 2021 22541 327 423 13
फरवरी 2021 20568 170 87 4
मार्च 2021 24033 1486 933 9
अप्रैल 2021 36470 6336 5338 49
मई 2021 43731 8785 9393 53
जून 2021 27961 914 644 35
जुलाई 2021 28349 58 87 5
अगस्त 2021 26692 40 40 4
सितंबर 2021 25508 15 9 0
एक सप्ताह से रोजाना मिल रहे मरीज
अक्टूबर माह का पहला सप्ताह ठीक रहा। कई दिन तक जिले में कोई नया मरीज नहीं मिला। अब एक सप्ताह से रोजाना एक या दो मरीज मिल रहे हैं। रिकवरी भी कम है। इस एक सप्ताह में दो मरीज ही ठीक हुए हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि अब लोग नियमों को लेकर लापरवाह हो गए हैं। मास्क का प्रयोग भी काफी कम हो गया है।
सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए अभी एहतियात जरूरी है। लोगों को मास्क का प्रयोग करना चाहिए। जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है। वह अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर टीका लगवाएं। तभी इस बीमारी से सुरक्षित रहेंगे।