हरियाणा में थाना-चौकियों में धार्मिक स्थलों को लेकर थमा विवाद फिर उभरा, डीजीपी ने मांगी रिपोर्ट

शहजादपुर थाने में धार्मिक समारोह को लेकर पूर्व डीजीपी मनोज यादव और अंबाला रेंज के पूर्व आइजी वाई पूर्ण कुमार के बीच हुई थी खींचतान। थानों में मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा बने हैं पुलिस की रिपोर्ट से दोराहे पर होगी राज्य सरकार।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:58 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:58 AM (IST)
हरियाणा में थाना-चौकियों में धार्मिक स्थलों को लेकर थमा विवाद फिर उभरा, डीजीपी ने मांगी रिपोर्ट
हरियाणा डीजीपी ने थानों और चौकियों में धार्मिक स्‍थलों की रिपोर्ट मांगी।

अंबाला, [दीपक बहल]। हरियाणा प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज यादव और अंबाला रेंज के पूर्व आइजी वाई पूर्ण कुमार के बीच धार्मिक स्थल को लेकर विवाद उभरा था। उसके बाद राज्य के सभी थानों और चौकियों से इस संबंध में ब्योरा मांगा गया था। अब मौजूदा डीजीपी पीके अग्रवाल ने भी सभी थाना-चौकियों से परिसर में स्थित धार्मिक स्थलों को लेकर रिपोर्ट मांगी है। हालांकि डीजीपी यादव के समय सभी जिलों से थाने और चौकियों में बने धार्मिक स्थलों की रिपोर्ट भेजी गई थी, जिसमें अंबाला रेंज में करीब 24, फरीदाबाद में 15 और राज्य में 200 से मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे बने होने की बात कही गई थी।

इस प्रकरण में प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने भी दखल देते हुए कहा था कि नीतिगत निर्णयों में राज्य सरकार की मंजूरी के बिना डीजीपी इस तरह के आदेश जारी नहीं कर सकता। इसके बाद यह विवाद थम गया था। अब 28 सितंबर 2021 को पुलिस मुख्यालय की ओर से पत्र जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि दशकों से पुलिस लाइन और थाना चौकियों में धार्मिक स्थल हैं। इसी को लेकर जानकारी मांगी है कि इन धार्मिक स्थलों को लेकर पूर्व में कोई अनुमति ली गई है या नहीं। यदि नहीं तो क्या स्थानीय स्तर पर अनुमति मिली थी।

इस तरह शुरू हुआ था विवाद

पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज यादव और अंबाला रेंज पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) रहे वाई पूर्ण कुमार के बीच उभरे विवाद में राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने दखल दिया था। वाई पूर्ण कुमार जब अंबाला रेंज के आइजी थे तो वे शहजादपुर ट्रैफिक थाने में शिवलिंग स्थापना के मौके पर गए थे। दैनिक जागरण में चार अगस्त 2020 को आइजी ने थाने में शिवङ्क्षलग की पूजा कर स्थापना कराई शीर्षक से प्रकाशित समाचार पर डीजीपी ने वाई पूर्ण कुमार से जवाब-तलब किया था। इसके बाद विवाद बढ़ गया। इसके बाद प्रदेश के सभी एसपी से धार्मिक स्थलों को लेकर डाटा एकत्रित किया गया था। अधिकांश धार्मिक स्थल किसने और कब बनवाए, इसका पता नही चल पाया। हालांकि यह स्पष्ट हो गया था कि जो भी धार्मिक स्थल बना हुआ है, उसकी कोई अनुमति नहीं है। ऐसे में इन स्थलों को नियमित करना या फिर आगे निर्णय लेना पुलिस मुख्यालय के अधीन नहीं है। इसलिए इसे राज्य सरकार को भेजा जाना था ताकि मार्गदर्शन मिल सके।

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