विजय नगर, सब्जी मंडी, सिवाह और नारा में डेंगू का डंक

डेंगू के कंफर्म केस बढ़ना जिलावासियों के लिए खतरे की घंटी है। शुक्रवार को चार केस (विजय नगर न्यू सब्जी मंडी गांव सिवाह और नारा में एक-एक) कंफर्म मिले हैं। इस साल केसों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 09:33 AM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 09:33 AM (IST)
विजय नगर, सब्जी मंडी, सिवाह और नारा में डेंगू का डंक
विजय नगर, सब्जी मंडी, सिवाह और नारा में डेंगू का डंक

जागरण संवाददाता, पानीपत : डेंगू के कंफर्म केस बढ़ना जिलावासियों के लिए खतरे की घंटी है। शुक्रवार को चार केस (विजय नगर, न्यू सब्जी मंडी, गांव सिवाह और नारा में एक-एक) कंफर्म मिले हैं। इस साल केसों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। बता दें कि विजय नगर कालोनी में डेंगू बुखार से सितंबर में दो सगे भाइयों की मौत हो गई थी। रैपिड (कार्ड) टेस्ट में पाजिटिव थे।

हालांकि, अस्पतालों में दोनों का ही एनएन-1 टेस्ट नहीं हुआ था। जिला मलेरिया अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुनील संडूजा ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जहां भी डेंगू पाजिटिव केस मिले हैं, वहां एंटी लार्वा एक्टिविटी कराई गई है। मरीजों के आसपास करीब 70 घरों में कूलर, रेफ्रीजरेटर ट्रे, गमले, होदी, पानी की टंकी में मच्छरों के लार्वा की जांच कराई गई। 10 से ज्यादा घरों में लार्वा मिला, उन्हें नोटिस दिया गया। फोगिग का कार्य जारी है। डा. संडूजा ने मच्छरों से बचाव के लिए सभी उपाय अपनाने के जिलावासियों से अपील की है। बुखार आने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श और जांच की करानी चाहिए। कार्ड टेस्ट नहीं मान्य :

डा. संडूजा ने बताया कि निजी अस्पतालों में डेंगू आशंकित मरीजों का कार्ड टेस्ट किया जाता है, ताकि जल्द रिपोर्ट मिल सके, तुरंत इलाज शुरू हो सके। विभाग इस टेस्ट की रिपोर्ट को सही नहीं मानता। डेंगू कंफर्म के लिए एनएन-1 टेस्ट कराया जाता, यह बुखार के चार दिन बाद होता है। डेंगू पुष्टि के लिए सरकार भी इसी टेस्ट का मान्यता देती है। निजी अस्पतालों को नोटिस :

विभाग ने निजी अस्पतालों को भी नोटिस जारी किए हैं। निर्देश दिए गए हैं कि कार्ड टेस्ट में कोई मरीज डेंगू पाजिटिव मिलता है तो उसकी सूचना सिविल सर्जन कार्यालय में जरूर दें ताकि मरीज का एनएन-1 टेस्ट कराया जा सके। बता दें कि विजय नगर वासी जिस किशोर की 19 सितंबर को मौत हुई थी, निजी अस्पताल ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना नहीं दी थी। डेंगू का डेन-2 स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक

डा. संडूजा ने बताया कि डेंगू के डेन-1, डेन-2, डेन-3 और डेन-4 सीरोटाइप हैं। डेन-2 सबसे खतरनाक है, इसमें डेन-3 स्ट्रेन के म्यूटेशन की आंशका है। डबल म्यूटेशन से स्ट्रेन और खतरनाक हो जाता है। इससे तंत्रिका तंत्र, बोनमेरो, हृदय, किडनी, लीवर समेत शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं। प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होती हैं। प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण

-चक्कर आना, कमजोरी और सुस्ती।

-आंखें लाल हो जाना।

-शरीर पर लाल चकत्ते उभरना।

-नाक-मुंह व मल में खून आना। घटते-बढ़ते रहे डेंगू केस

2016- 12

2017-469

2018-133

2019- 04

2020-272

2021- 11 (एक अक्टूबर तक) डेंगू बुखार के लक्षण :

-तेज बुखार आना।

-सिर व मांसपेशियों में दर्द।

-उल्टी आना, ग्रंथियों में सूजन।

-आंखों में दर्द होना। मच्छरों से बचाव के तरीके

-शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें।

-खिड़कियों और दरवाजों पर महीन जाली लगवाएं।

-घर-आफिस के आसपास पानी जमा न होने दें।

-कूलर और गमलों का पानी रोजाना बदलें।

-मच्छरदानी लगाकर ही सोएं।

-पानी की टंकी, बाल्टी को ढककर रखें।

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