करनाल में सस्ते लोन के नाम पर महिलाओं से ठगी, सैकड़ों महिलाओं से दो-दो हजार लेकर कंपनी रफूचक्कर

करनाल में निजी कंपनी ने गांवों की सैकड़ों महिलाओं को ठग लिया। सस्ता लोन दिलाने का झांसा दिया। गांवों में महिलाओं के ग्रुप बनवाए। फाइल चार्ज के नाम पर प्रत्येक महिला से दो-दो हजार रुपये लिए। महिलाओं ने कंपनी के एक कर्मचारी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 11:53 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 11:53 AM (IST)
करनाल में सस्ते लोन के नाम पर महिलाओं से ठगी, सैकड़ों महिलाओं से दो-दो हजार लेकर कंपनी रफूचक्कर
ठगी के मामले में कंपनी कार्यालय पर रोष जताती पीड़ित महिलाएं।

करनाल/असंध, जेएनएन। सफीदों मार्ग पर महिलाओं के ग्रुप को सस्ता लोन देने का वादा कर एक निजी कंपनी लाखों रुपये लेकर फरार हो गई। यह सूचना मिलने पर दर्जनों महिलाओं ने कंपनी के कार्यालय के बाहर हंगामा किया और चतुराई से एक कर्मचारी को काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया।

पीड़ित महिलाएं सविता, शबनम, सलमा, मीना, माफी, बलजिंद्र कौर, कश्मीर कौर व कुलविंदर आदि ने बताया कि मोनी फाइनेंस कंसल्टेंट नाम की कंपनी के कुछ कर्मचारी पोपडा, बंदराला, मर्दानहेड़ी व बाहरी सहित अन्य गांवों में आए। उन्होंने मीटिंगें कर यह कहा कि कोरोना काल में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनकी कंपनी बिना किसी गारंटी के 45 हजार रुपये का ऋण देती है। उन्होंने महिलाओं से इसकी एवज में 1650 रुपये की पहली एडवांस क़िस्त सहित 2330 रुपये पहले जमा करवाने की शर्त रखी।

पीड़ित महिलाओं ने बताया कि मंदी के दौर में उन्होंने इस आस में कि वो लोन लेकर कोई काम शुरू कर लेंगी, हर गांव में ग्रुप बनाये और 2330 रुपये के हिसाब से पैसे इकट्ठा कर कंपनी के असंध स्थित दफ्तर में जमा करवा दिए। उन्होंने बताया कि किसी गांव में 50 तो किसी गांव से 21 व 11 महिलाओं के ग्रुप बने और सभी ने 2330 के हिसाब से लाखों रुपये कंपनी के कर्मचारियों को दे दिए।

12 जून को खाते में पैसे आने का था वादा

पीड़ित महिलाओं ने बताया कि शनिवार 12 जून को उनके खातों में 45 हजार रुपये आने का वादा था परंतु राशि उनके खातों में नहीं आई। आज सुबह जब महिलाओं ने सफीदों मार्ग पर स्थित कंपनी के दफ्तर में जाकर देखा तो वहां ताला लटका हुआ था। कर्मचारी अपना सामान समेटकर फुर्र हो चुके थे। कंपनी के भाग जाने की सूचना जैसे ही अन्य पीड़ितों को लगी तो वे भी मौके पर पंहुच गए। खुद को ठगा महसूस कर महिलाएं काफी हताश थीं। पीड़ितों को सूचना मिली कि एक कर्मचारी सफीदों में महिलाओं से इसी तरह से अभी भी पैसे ऐंठ रहा है। महिलाएं इकट्ठा होकर गईं और कर्मचारी को अपने धर दबोचा और असंध लाकर पुलिस को सौंप दिया।

पंजाब से आए युवकों ने रखा था नौकरी पर

कंपनी के कर्मचारी रणजीत सिंह ने बताया कि वह क्षेत्र का ही एक बेरोजगार युवक है। पंजाब से आए कुछ युवकों ने उसे कंपनी में नौकरी की पेशकश की। वह एक कर्मचारी के नाते कार्य कर रहा था। उसने बताया कि उसे नहीं मालूम था कि कंपनी फर्जी है। उसने बताया कि उसने स्वयं अपनी बहन के नाम से लोन के लिए एडवांस क़िस्त जमा करवाई थी। पुलिस कंपनी कर्मचारी को पकड़कर थाने ले गई। एसएचओ कमलदीप सिंह का कहना है कि अभी मामले की जांच कर रही है।

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