यमुनानगर में आमने-सामने हुए दो समुदाय, बनी टकराव की स्थिति, पुलिस के फूले हाथ-पैर
यमुनानगर में दो समुदायों में टकराव की स्थिति बन गई। एक समुदाय के लोग स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती की टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन देने पहुंचे थे। अनाज मंडी गेट पर हिंदू संगठनों से उनकी तनातनी हो गई। काफी देर तक पुलिस के हाथ-पैर फूले रहे।
यमुनानगर, जेएनएन। यमुनानगर में दो समुदाय आमने सामने हो गए। दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बन गई। पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। भारी पुलिस बल मौके पर बुलाया गया। दोनों ओर से काफी देर तक नारेबाजी होती रही। किसी तरह दोनों पक्षों में टकराव टाला गया। इसके बाद पुलिस व प्रशासन ने राहत की सांस ली।
जिला गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम डासना के महंत एवं हिंदू धर्मगुरु स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती काे धमकी देने पर हिंदू संगठनों के लोग भड़क गए। सोमवार को सचिवालय के सामने दोनों समुदायों में टकराव की स्थिति बन गई। पुलिस को भी नहीं पता था कि हालात एकदम से इतने खराब हो जाएंगे। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से हिंदू संगठनों को वापस अनाज मंडी गेट पर पहुंचाया। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। इससे सचिवालय के सामने सड़क पर वाहनों का लंबा जाम लग गया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से तनावपूर्ण स्थिति को काबू किया।
स्वामी यति नरसिंहानंद के खिलाफ ज्ञापन देने पहुंचे थे
सोमवार को लघु सचिवालय के सामने अनाज मंडी गेट पर विशेष समुदाय के लोग स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती की टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन देने पहुंचे थे। वहीं दूसरी ओर हिंदू संघर्ष समिति के कार्यकर्ता भी लघु सचिवालय के सामने अनाज मंडी गेट पर धरना प्रदर्शन करने लगे। वह नरसिंहानंद सरस्वती व शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग कर रहे थे।
पुलिस से तनातनी करते हिंदु संगठनों से सदस्य।
माइक को लेकर हुई तनातनी
दोनों समुदाय एक ही गेट पर थे। एक ही मामले को लेकर दोनों आमने-सामने न हो जाएं, इसलिए पुलिस ने विशेष समुदाय के लोगों को न्यायालय के सामने अनाज मंडी के दूसरे गेट पर भेज दिया। साथ ही पुलिस ने दोनों पक्षाें से यह भी कहा कि कोई भी माइक व साउंड का प्रयोग नहीं करेगा। परंतु एक समुदाय के लोगों ने माइक पर बोलना शुरू कर दिया।
दोनों तरफ से हुई नारेबाजी
इससे हिंदू संगठन बिफर गए। वह अपनी जगह से उठकर विशेष समुदाय की तरफ दौड़ पड़े। वह उनका माइक बंद करने की बात को लेकर रोष प्रकट करने लगे और सड़क पर जय श्री राम के नारे लगाने लगे। इससे विशेष समुदाय के लोग भी भड़क गए और नारेबाजी करने लगे। दोनों पक्षों को आमने-सामने देख पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में और पुलिस बल बुलाया गया। हिंदू संगठन के युवाओं की पुलिस से भी नोकझोंक हुई।
धरनास्थल पर नारेबाजी करते दूसरे समुदाय के लोग।
सीटीएम ने धरनास्थल पर जाकर ज्ञापन लिया
विशेष समुदाय का कहना था कि उनके समुदाय ने स्वामी नरसिंहानंद को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। उन्हें वैसे ही बदनाम किया जा रहा है। बाद में सीटीएम मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से उनके धरना स्थल पर जाकर ही ज्ञापन लिया। हिंदू संघर्ष समिति के पदाधिकारी संजय मित्तल, रोहित चौधरी, पंडित उदयवीर शास्त्री, विश्वनाथ, परीक्षित संह, महंत गोपाल दास, चिराग सिंघल व अन्य ने कहा कि समाज में द्वेष भावना भड़काने के खिलाफ इन पर मुकदमा किया जाए।
हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें