नक्‍शा रिहायशी का, बना डाली तीन मंजिला कार्माशियल बिल्डिंग, दीवाली बाद गिराने की तैयारी

Yamunanagar Nagar Nigam यमुनानगर में एक अजब गजब मामला सामने आया है। नक्‍शा रिहायशी का पास कराया और तीन मंजिला व्यापारिक भवन बना दिया। सीएम विंडो पर पहुंचा मामला। खुलासा हुआ तो निगम अधिकारियों ने थमाए नोटिस। अब दीवाली बाद गिराने की तैयारी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:40 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:40 AM (IST)
नक्‍शा रिहायशी का, बना डाली तीन मंजिला कार्माशियल बिल्डिंग, दीवाली बाद गिराने की तैयारी
रिहायशी के नक्‍शे में व्‍यापारिक भवन बनाया।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। ट्विनसिटी में भवनों का नक्शा पास करवाने को लेकर बड़ा खेल खेला जा रहा है। नक्शा पास रिहायशी है जबकि मौके पर तीन-तीन मंजिला व्यापारिक भवन बनवा दिया गया। पाश एरिया में ऐसे कई मामले सामने आने से व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। एक नहीं बल्कि ऐसे कई मामले इन दिनों सुर्खियों में हैं। शिकायतें मिलने पर निगम अधिकारियों की ओर से ऐसे 12 भवन मालिकों को कार्रवाई के लिए नोटिस भी जारी किए हैं। हालांकि 12 नवंबर तक किसी भी निर्माण को गिराने पर रोक है, लेकिन इसके बाद बड़ी कार्रवाई की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

माडल टाउन सुर्खियों में

व्यापारिक गतिविधियों के लिहाज से यमुनानगर का माडल टाउन एरिया खास है। आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा मांगी गई जानकारी के मुताबिक यहां आठ भवन ऐसे मिले हैं जिनके रिहायशी नक्शे पास हुए हैं। लेकिन मौके पर इनमें व्यापारिक गतिविधियां हो रही हैं। किसी ने बेसमेंट व तीन मंजिला भवन खड़ा कर दिया तो कोई तीन मंजिले भवन में कारोबार कर रहा है। इसके अलावा भी बहुत से व्यवसायिक भवन तो ऐसे हैं, जिनका नक्शा बतौर रिहायशी भवन पास होने के लिए निगम में जमा है, पर उन्होंने अपने भवन को व्यवसायिक गतिविधि के लिए बिना अनुमति के ही बनाना शुरू कर दिया है।

निगम को करोड़ों का नुकसान

रिहायशी भवनों का नक्शा तैयार करवा उसे पास करवाने के लिए निगम कार्यालय में आवेदन किया जाता है। निगम उस पर नियमानुसार कार्रवाई करता हुआ उसे पास भी कर देता है, लेकिन उस जगह पर रिहायशी भवन न बनाकर व्यवसायिक भवन तैयार करने से अब तक सरकार को करोड़ों का नुकसान हो चुका है। क्योंकि रिहायशी भवनों और व्यवसायिक भवनों के बिल्डिंग प्लान को पास करने के लिए निगम अलग-अलग फीस वसूलता है। जिसमें व्यवसायिक भवन के बिल्डिंग प्लान को पास करवाने की फीस अपेक्षाकृत रिहायशी भवन से बहुत कम है। जबकि ऐसे भवन जो बिना बिल्डिंग प्लान पास करवाए बिना ही खड़े हो गए हैं, उन भवन संचालकों ने भी निगम में विकास शुल्क जमा नहीं करवाया है।

सीएम विंडो पर पहुंची शिकायत

पूर्व पार्षद व वार्ड 20 से पार्षद प्रतिनिधि नीरज राणा ने सीएम विंडो पर शिकायत देकर अवैध रुप से किए जा रहे निर्माण पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। राणा ने बताया कि वार्ड आठ में व्यापारिक भवन का निर्माण किया जा रहा है। आरोप है कि इसका कामर्सिल नक्शा पास नहीं है। इसके अलावा भी शहर में काफी निर्माण नियमों को ताक पर रखकर किए जा रहे हैं। उनके मुताबिक यह खेल अधिकारियों व सत्तासीन लोगों की मिलीभगत से हो रहा है। जिस दौरान निर्माण हो रहा होता है, उस दौरान शिकायत किए जाने के बावजूद अधिकारी कार्रवाई नहीं करते। वार्ड नंबर 20 की आत्मापुरी कालोनी में ऐसे ही एक भवन का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की गहनता से जांच की जाए। आरोपितों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

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