27 दुकानों को फर्जी तरीके से बेचा, सुनवाई नहीं होने पर सीएनआइ ने सुप्रीम कोर्ट में लगाई याचिका

यमुनानगर में 27 दुकानों को फर्जी तरीके से बेचने के मामले में तत्कालीन तहसीलदार सहित 18 लोगों पर केस दर्ज हुआ था। इसके बावजूद कोई कार्रवाई न हुई न गिरफ्तारी। चर्च आफ नार्थ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 03:01 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 03:01 PM (IST)
27 दुकानों को फर्जी तरीके से बेचा, सुनवाई नहीं होने पर सीएनआइ ने सुप्रीम कोर्ट में लगाई याचिका
चर्च आफ नार्थ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई जांच के लिए याचिका लगाई।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। 27 दुकानों को फर्जी तरीके से बचने के आरोप में जगाधरी सिटी थाना पुलिस ने 10 माह पहले केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन आगे इसमें कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। किसी भी नामजद आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया। हालांकि एसपी कमलदीप गोयल ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआइटी का गठन किया। उसके बाद भी हल ढाक के तीन पात ही है। पुलिस की कार्यप्रणाली से तंग आकर अब चर्च आफ नार्थ इंडिया (सीएनआइ) ने सुप्रीम कोर्ट में सीबीआइ से जांच के लिए याचिका लगाई है। तर्क दिया गया है कि मुख्य आरोपित पर हरियाणा सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में केस दर्ज है। पुलिस भी इस मामले के गंभीर नहीं है। चर्च के पादरी प्रमोद कुमार टांडी के बयान पर केस दर्ज हुआ था।

इनके नाम हुई संपत्ति

पुलिस के मुताबिक भाटिया नगर के राजीव आनंद, माडल कालोनी के सुशील कुमार जैन, सुभाष जैन, माडल कालोनी के संजीव उप्पल, माडल कालोनी के नरेश साहनी, माडल कालोनी के गुलशन लाल, सतगौली के दीदार सिंह, वीर नगर निवासी अमरेश देवी, करतारपुरा के अजय जैन, सेक्टर 17 की अलका सिंघल, माडल कालोनी निवासी अरूण सिंघल व दिल्ली निवासी अंकित बांगिया के नाम दुकानों की रजिस्ट्री हुई। इनमें से राजीव आनंद व सुशील कुमार जैन पहले से ही किरायेदार हैं, जबकि अन्य यहां पर किरायेदार नहीं है। दुकानदारों ने तहसील में लिखकर दे दिया कि वह 30 सालों से यहां पर किरायेदार हैं। इसकी जांच नहीं हुई। वहीं तत्कालीन तहसीलदार छोटू राम के साथ-साथ नंबरदार नरेंद्र, शिव राम के खिलाफ इस पूरे मामले में मिलीभगत होने के आरोप लगे हैं। तहसीलदार छोटू राम ने कमर्शियल बेल्ट में इन दुकानों की एक-एक लाख रुपये में रजिस्ट्री कर दी। मौके पर आकर किरायेदारों की वेरिफिकेशन तक नहीं की।

मिलीभगत कर बनवाई आइडी

पुलिस को दी शिकायत में बताया गया था कि भगत सिंह चौक स्थित चर्च की 27 दुकानों है। उत्तर प्रदेश के झांसी के खाटी बाबा के स्टीफन सिंह ने नगर निगम से संपत्ति की आइडी बनवाई। वह खुद को यूनाइटेड चर्च आफ नार्थ इंडिया मुंबई का पदाधिकारी बताया। आरोप है कि उसने एक जून 2017 को नकली पावर आफ अटार्नी तैयार करवाई है। तहसील के अधिकारियों से मिलीभगत कर कलेक्टर रेट से कम पर 27 दुकानों को बेच दिया। यह रजिस्ट्री भी छह मार्च में करवाई गई। इन दिनों लाकडाउन चल रहा था। वर्ष 1951 से चर्च आफ नार्थ इंडिया दिल्ली यमुनानगर संपत्ति पर काबिज है। उसके बाद भी दुकानें बेच दी गई।

50 लाख की दुकान तीन लाख में बेची

फव्वारा चौक शहर का मुख्य चौक है। फिर भी चर्च की 50 लाख रुपये की दुकानें तीन लाख रुपये में बेच दी गई। इसमें सरकार के राजस्व का भी नुकसान हुआ है। एसपी कमलदीप गोयल को शिकायत दी गई। आर्थिक सेल को जांच का जिम्मा सौंपा गया। उसके बाद पुलिस ने तत्कालीन तहसीलदार सहित दुकानों के खरीदारों पर केस दर्ज हुआ। खरीदार शहर के रसूखदार है और उनकी राजनीतिक पहुंच भी है।

जांच चल रही है : राजेंद्र कुमार

डीएसपी जगाधरी राजेंद्र कुमार का कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है। चर्च के पदाधिकारियों से संबंधित दुकानों के दस्तावेज मांगे गए थे जो उन्होंने अभी तक नहीं दिखाए। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।

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