गांवों की सफाई में होगा सुधार, कर्मचारियों को मिले रिक्शे

खंड के 28 पंचायतों को सफाई के लिए 45 नई रिक्शा बांटी गई हैं। चार पंचायतों में पहले से रिक्शा थी। अब सभी पंचायतों के पास सफाई के लिए रिक्शा उपलब्ध हो गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:47 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:47 PM (IST)
गांवों की सफाई में होगा सुधार, कर्मचारियों को मिले रिक्शे
गांवों की सफाई में होगा सुधार, कर्मचारियों को मिले रिक्शे

जागरण संवाददाता, समालखा : खंड के 28 पंचायतों को सफाई के लिए 45 नई रिक्शा बांटी गई हैं। चार पंचायतों में पहले से रिक्शा थी। अब सभी पंचायतों के पास सफाई के लिए रिक्शा उपलब्ध हो गई हैं। पंचायतों में कचरा शेड बनाने के प्रस्ताव के साथ एस्टीमेट पहले ही सरकार के पास भेजा गया है। उसका भी बजट आने वाला है।

खंड के 32 पंचायतों में 84 कर्मचारियों के जिम्मे सफाई की जिम्मेदारी है। पहले इनके पास रिक्शा की कमी थी, जिससे घर-घर कूड़ा उठाने के काम में परेशानी आ रही थी। अब खंड के गांवों को आट्टा, हथवाला, नरायाणा, पावटी, पट्टीकल्याणा क्लस्टरों में बांटकर सफाई करवाई जाएगी। पावटी, वजीरपुर टिटाना और बुढ़नपुर में डोर-टू-डोर कचरा उठाने का काम शुरू किया जाएगा। प्लास्टिक और ठोस कचरे होंगे अलग

दो-तीन पंचायतों को छोड़कर खंड के सभी पंचायतों ने कचरा डंपिग के लिए आबादी के अनुसार डेढ़ से दो सौ वर्गगज जमीन दी है, जिनकी चहारदीवारी होनी है। कचरा सेग्रीगेशन के लिए शेड बनना है। वहां कर्मचारियों द्वारा कचरे से प्लास्टिक, लोहे, टीन आदि ठोस सामान को अलग-अलग किया जाएगा। तरल कचरे के लिए अलग से कुंड बनाया जाएगा, जिससे खाद तैयार करने की व्यवस्था की जाएगी। ठोस कचरे को क्लस्टर तक पहुंचाया जाएगा, वहां उसे रिसाइकिल करने की व्यवस्था की जाएगी। अब नहीं रही रिक्शाओं की कमी

स्वच्छ भारत अभियान को देख रहे खंड कर्मी अशोक ने बताया कि पंचायतों में रिक्शाओं की कमी पूरी हो गई है। अब शेड के लिए फंड का इंतजार है। शेड बनते ही सेग्रीगेशन का काम शुरू हो जाएगा। पंचायत को खाद से आमदनी होगी। डोर टू डोर कूड़ा के अभियान को बल मिलेगा।

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