प्रधानमंत्री के पीए से पहचान बताकर छह लाख रुपये ठग लिए

पानीपत में एक के बाद एक ठगी की वारदात सामने आ रही हैं। इस बार तो प्रधानमंत्री के पीए से पहचान होने का दावा कर ठग लिया। बैंक में क्‍लर्क लगवाने का वादा किया था।

By Ravi DhawanEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 04:51 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 11:18 AM (IST)
प्रधानमंत्री के पीए से पहचान बताकर छह लाख रुपये ठग लिए
प्रधानमंत्री के पीए से पहचान बताकर छह लाख रुपये ठग लिए

पानीपत, जेएनएन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीए से पहचान बताकर छह लाख रुपये ठग लिए। बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। यहां तक की ज्‍वाइनिंग का पत्र भी वाट्सएप के जरिये भेज दिया। मामला पानीपत के वधवाराम कॉलोनी का है।

एक कंपनी में काम करने वाले वधावाराम कॉलोनी के कृष्ण छौक्कर ने पुलिस को शिकायत दी कि उसका बेटा बीएससी करके कोचिंग  ले रहा है। बेटे ने बैंक के क्लर्क का फार्म भर रखा था। एक साल पहले उसकी कंपनी के सुपरवाइजर जावा कॉलोनी के नितिन ने बताया कि विजय नगर का धीरज व उसका भाई पंकज उसके बेटे की बैंक में क्लर्क की नौकरी लगा देंगे। उसने दोनों को अलग-अलग किश्तों में छह लाख रुपये दे दिये। दो लाख रुपये नौकरी लगवाने के बाद देने तय हुए।

मां को दिए रुपये, बना ली रिकॉर्डिंग
धीरज बार-बार कह रहा था कि उसकी प्रधानमंत्री के पीए से पहचान है। इसके बाद एक लाख रुपये धीरज की मां के दिये। इसकी रिकार्डिंग उसके पास है। धीरज ने विश्वास दिलाने के लिए उसके व बेटे के मोबाइल फोन पर अपनी बहन का ज्वाइनिंग लेटर वाट्सएप किया। जुलाई 2017 को धीरज ने उसके बेटे का ज्‍वाइनिंग लेटर वाट्सएप पर भेजा। इस पर बैंक की मेन ब्रांच पंचकूला का पता लिखा था। पर ये लेटर फर्जी था। वह और उसका बड़ा बेटा छह लाख रुपये लेने के लिए पंकज के घर गए। पंकज ने कहा कि धीरज इनके खिलाफ सुसाइड नोट लिखकर जहर की गोली खा लेगा। उनके साथ मारपीट भी की। धीरज, पंकज ने पिता राजकुमार और नितिन के साथ मिलकर उसके रुपये हड़प लिये। आरोपितों ने उसे एक लाख रुपये के छह चेक दिए थे। इनकी भी राशि धीरज ने रुकवा दी। किला थाना पुलिस ने उक्त आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

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