विदेश जाने के झांसे में आए पिता और पुत्र, समुद्री रास्ते से विदेश भेजने के नाम पर ठगे 10 लाख

विदेश भेजने के नाम पर ठगी का खेल लगातार जारी है। समुद्री रास्‍ते से विदेश भेजने के नाम पर 10 लाख रुपये ठग लिए। पिता व पुत्र के सहित पांच के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 11:54 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 11:54 AM (IST)
विदेश जाने के झांसे में आए पिता और पुत्र, समुद्री रास्ते से विदेश भेजने के नाम पर ठगे 10 लाख
कुरुक्षेत्र में विदेश भेजने के नाम पर दस लाख की ठगी।

कुरुक्षेत्र, जेएनएन। कृष्णा गेट थाना पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में पिता व पुत्र सहित पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपितों ने समुद्री रास्ते से शिकायतकर्ता को विदेश भेजने का झांसा दे कर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है।

थानेसर के जोशियान मोहल्ला निवासी सौरभ धीमान ने कृष्णा गेट थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह विदेश जाने और वहां नौकरी करने के लिए किसी सरकारी एजेंट की तलाश में था। उसके साथ उसका बड़ा भाई गौरव व मामा का लड़का मनोज सेक्टर सात स्थित एक कार्यालय में पानीपत के गांव चमराड़ा निवासी योगेंद्र से मिल थे। योगेंद्र ने उन्हें बताया कि उसकी पहले ट्रेवल हिस्ट्री बनानी पड़ेगी, इसके बाद उसका वीजा लगेगा। वे 50 हजार रुपये व कागजात दे दें।

वह सरकार से मंजूरशुदा ट्रेवल एजेंट है। उसका भाई नरेंद्र मर्चेंट नेवी में मुम्बई में बड़ा अधिकारी है। उसके साथ ही गांव खैरा  का रोहित भी मर्चेंट नेवी में अधिकारी है। मर्चेंट नेवी में नौकरी करने के कारण उनकी काफी विदेशी शिपिंग कंपनियों में जान -पहचान है । ये दोनों लड़कों को विदेश भेजता हैं। मर्चेंट नेवी के समुद्री जहाजों में बैठाकर बड़ी आसानी से दूसरे देशों में भेज देते हैं। वे उसकी बातों में आ गए और 50 हजार रुपये व कागजात आरोपित को दे दिए। उसे कुछ दिन बाद आरोपित का फोन आया कि उसकी सिंगापुर की टिकट बुक करवा दी है।

पांच मार्च 2019 को उसे लखनऊ से सिंगापुर की फ्लाइट से सिंगापुर भेज दिया। आरोपित ने पैसे एंठने के लिए उसकी सिंगापुर से इंडोनेशिया की टिकट नहीं दी। जिस कारण सिंगापुर में उसकी इमीग्रेशन एंट्री नहीं हुई और उसे सिंगापुर से वापस भारत भेज दिए। वापस आने पर उसे झांसा दिया कि उसका पुर्तगाल का वीजा लगवा देगा। वह 12 लाख 50 हजार रुपये का प्रबंध कर ले। बाद में आरोपित ने उसे कहा कि उसका आस्ट्रेलिया का वीजा लगवा देगा। आरोपित के भाई नरेंद्र व उसके दोस्त रोहित ने मिलकर ट्रांजिट वीजा बनवाने की बात कही। शिकायतकर्ता ने समय-समय पर आरोपितों को 10 लाख रुपये दिए। आरोपितों ने उसे विदेश नहीं भेजा। इस लेकर पंचायत भी हुई।

आरोपित उसे जमीन बेचकर या प्लाट बेचकर पैसे देने की बात करते रहे, मगर पैसे नहीं दिए। बाद में आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी। योगेंद्र के पिता सतपाल ने उसे 65 हजार रुपये नकद व साढ़े तीन-साढ़े तीन लाख रुपये के दो चेक दिए, मगर चेक कैश नहीं हुए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर पानीपत के गांव चमराड़ा निवासी योगेंद्र, उसके पिता सतपाल, भाई नरेंद्र, अकी व रोहित के खिलाफ धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया है।

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