विदेश भेजने का झांसा दे ठगा, कार्रवाई नहीं हुई तो मंत्री विज के दरबार पहुंचा मामला

हरियाणा के करनाल में ठगी का मामला सामने आया है। विदेश भेजने के नाम पर आरोपित ने ठगी की। जब मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो मामला हरियाणा के गृृहमंत्री अनिल विज तक पहुंचा। अब मामले में कार्रवाई शुरू हुई।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 03:56 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 03:56 PM (IST)
विदेश भेजने का झांसा दे ठगा, कार्रवाई नहीं हुई तो मंत्री विज के दरबार पहुंचा मामला
करनाल में विदेश भेजने के नाम पर ठगी।

करनाल, जागरण संवाददाता। कनाडा जाने की चाह हुई तो एक युवक के साथ आठ लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली गई। उसे कनाडा की बजाए दो बार दुबई भेजा गया, जहां से वह वापस लौटता रहा। आरोपित ने दी राशि नहीं लौटाई तो शिकायत के बावजूद करनाल पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसके चलते उसे गृह मंत्री अनिल विज को गुहार लगानी पड़ी। अब पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गृह मंत्री को दी शिकायत में आरोप लगाते हुए नितिन वासी सेक्टर छह ने बताया कि वह वर्ष 2017 में अपनी बहन के पास चंडीगढ़ गया हुआ था, जहां उसकी मुलाकात आरोपित रोबीन रिचर्ड से हो गई। उसने बताया कि वह युवकों को विदेश भेजने का काम करता है और उसे भी कनाडा भेज देगा, लेकिन इसके लिए 20 लाख रुपये देने होंगे। इसमें आठ लाख रुपये अग्रिम देने होंगे। उसे पहले दुबई भेजा जाएगा, जहां से कनाडा भेजेंगे। वह आरोपित की बातों में आ गया और उसे अलग-अलग समय पर आठ लाख रुपये दे दिए। उसे अक्टूबर 2017 में चंडीगढ़ से दुबई भेज दिया, जहां एक माह रहने के बाद फिर वहां से वापस भारत भेज दिया गया। करीब तीन माह बाद उसे फिर दुबई भेज दिया गया और वह करीब एक साल तक वहां रहा, जिस दौरान उसके करीब दाे लाख रुपये भी खर्च हो गए।

पीड़ित ने बताया कि वहां जाने के बाद आरोपित ने उसे कनाडा नहीं भेजा और वह इंतजार करतर रहा। जनवरी 2019 में वह किसी तरह वापस आ गया और आरोपित से पैसे लौटाने की मांग की। आरोपित उसे भरोसा देता रहा, लेकिन जब राशि नहीं लौटाई तो उसने इसी वर्ष मार्च माह में पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। पुलिस अधीक्षक ने जांच इकनोमिक सेल में भेज दी। यहां से उसे बताया गया कि आरोपित ने मई माह तक का समय दिए जाने की मांग की है। लेकिन यह समय बीत जाने के बाद भी जब आरोपित ने राशि नहीं लौटाई तो उसने फिर एसपी को गुहार लगाई। अब उसे बताया गया कि मामले को दो साल हो गए है, जिसके चलते कार्रवाई नहीं हो सकती। मामले को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्री ने पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए तो पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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