शताब्दी-राजधानी ट्रेनों के लिए बदले नियम, गर्म खाना चाहिए तो टीटीई को करें नकद भुगतान

27 नवंबर से पहले जिन लोगों ने टिकट बुक करवाई है अब उनके लिए रेलवे ने नियम बदले हैं। उनके लिए रेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। कोरोना के कारण यात्री खाना नहीं खाना चाहते तो टिकट लेते मिलेगा विकल्प।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 10:39 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 11:21 PM (IST)
शताब्दी-राजधानी ट्रेनों के लिए बदले नियम, गर्म खाना चाहिए तो टीटीई को करें नकद भुगतान
रेलवे में खाना टीटीई को कैश देने पर दिया जाएगा।

अंबाला, [दीपक बहल]। यदि आपने 27 नवंबर से पहले शताब्दी, राजधानी, दुरंतो, वंदे भारत और गतिमान ट्रेन में टिकट बुक करवा रखा है, तो आपको ट्रेन में खाना नहीं मिलेगा। इसके अलावा आपके साथ बैठे यात्री को खाना परोसा जा रहा है, क्योंकि उसकी टिकट उक्त तिथि के बाद बुक हुई है, जिसमें खाने का रुपया भी चार्ज हुआ है। ऐसे में इन यात्रियों को राहत देने के लिए रेल मंत्रालय ने एक विकल्प दिया है। यदि यात्री की टिकट में खाना के रुपये नहीं जुड़े हैं, तो वे

ट्रेवलिंग टिकट इग्जामिनर (टीटीई) को बोलकर गर्म खाना मंगवा सकते हैं। ट्रेन की पेंट्री कार से ही खाना परोसा जाएगा। इसके भुगतान के लिए टीटीई यात्री को एक्सेस फेयर टिकट (ईएफटी) काटकर भी देगा। रेल मंत्रालय ने इन आदेशों की प्रतिलिपि सभी प्रिंसिपल चीफ कामर्शियल मैनेजर और इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) को भेजी है।

बता दें कि कोरोना काल में शताब्दी, राजधानी समेत तमाम ट्रेनों में कैटरिंग की सुविधा को बंद कर दिया गया था। यात्रियों की डिमांड पर डिब्बाबंद खाना परोसा जा रहा था। ऐसे में रेलवे ने सर्वे करवाया तो मात्र सात से दस प्रतिशत यात्री इस खाने को पसंद कर रहे थे, जबकि 40 से 70 प्रतिशत यात्री गर्म खाने की मांग कर रहे थे। रोजाना 23 से 26 लाख टिकट बुक होती थी। ऐसे में रेल मंत्रालय ने गर्म खाने की सुविधा ट्रेनों में शुरू करने के आदेश दे दिए। इन आदेशों के बाद रेलवे के उन कांट्रेक्टरों ने भी राहत की सांस ली, जिनकी रसोई पर ताला लगा हुआ था और लेबर बेरोजगार बैठी थी। राहत मिलते ही रसोई में फिर से लेबर काम पर लौट आई है, क्योंकि खाना बना कर ट्रेनों में परोसने के आदेश जारी किए हैं। बीते 27 नवंबर से यात्रियों को पेंट्री कार से ही यात्रियों को गर्म खान परोसा जाने लगा है। टिकट में भी खाने के रुपये जोड़ दिए गए हैं।

नहीं खाना चाहिए तो यह भी विकल्प

इन सभी ट्रेनों की बुक टिकट में ही खाने का चार्ज ले लिया जाता है ताकि ट्रेन की पेंट्री कार से खाना परोसा जा सके। यदि किसी यात्री को खाना नहीं खाना तो इसके लिए वह टिकट बुक करवाते समय फार्म पर ही खाना न लेने का विकल्प चुन सकता है। हालांकि यह नियम पहले से बना हुआ है, लेकिन कोरोना काल के बाद जब दोबारा से कैटरिंग शुरू की गई है, तो इस नियम को भी लागू कर दिया गया है।

यात्रियों को गर्म खाना परोसा जाने लगा है : डीआरएम

मंडल रेल प्रबंधक जीएम सिंह ने कहा यात्रियों को अब ट्रेनों में गर्म खाना परोसा जाने लगा है। रेल मंत्रालय से कैटरिंग को लेकर जो भी निर्देश आए हैं, उनको लागू कर दिया गया है। जिन यात्रियों की टिकट पहले बुक है, वे भी ट्रेन में चार्ज देकर खाना ले सकते हैं।

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