तीन दशक बाद घरेलू बिजली से रोशन हुई चंदनपुरी

दशकों से घरेलू बिजली और पब्लिक हेल्थ के पानी से महरूम चंदनपुरी की समस्या दूर हो गई है। घरेलू बिजली सप्लाई घरों में पहुंच चुकी है। पब्लिक हेल्थ से नलकूप भी मंजूर हो चुका है। केवल टेंडर लगना शेष है। अगले माह से ग्रामीणों की पानी समस्या भी दूर हो जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 08:48 AM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 08:48 AM (IST)
तीन दशक बाद घरेलू बिजली से रोशन हुई चंदनपुरी
तीन दशक बाद घरेलू बिजली से रोशन हुई चंदनपुरी

जागरण संवाददाता, समालखा : दशकों से घरेलू बिजली और पब्लिक हेल्थ के पानी से महरूम चंदनपुरी की समस्या दूर हो गई है। घरेलू बिजली सप्लाई घरों में पहुंच चुकी है। पब्लिक हेल्थ से नलकूप भी मंजूर हो चुका है। केवल टेंडर लगना शेष है। अगले माह से ग्रामीणों की पानी समस्या भी दूर हो जाएगी।

चंदनपुरी, नामुंडा पंचायत से करीब तीन किमी दूर बसा है। दशकों पहले गांव के तीन-चार परिवार के लोग वहां जाकर बसे थे। अब वहां लोगों की तादाद सवा सौ के करीब पहुंच चुकी है। निर्जन स्थान पर होने से वहां पानी और बिजली की सुविधा नहीं थी। लोग खेत की बिजली और पानी पर निर्भर थे। खेत की लाइट खराब होने पर लोगों को कई दिनों तक परेशानी होती है। समाजसेवी युवक अंकित शर्मा और ग्रामीणों की पहल से गांव को घरेलू बिजली नसीब हुई।

ग्रामीण ओमदास, सतबीर, संदीप, प्रताप, अंकित शर्मा कहते हैं तीन दशक बाद ग्रामीणों की मुराद पूरी हुई है। गांव को घरेलू बिजली नसीब हुई, जबकि पानी के नलकूप को मंजूरी मिली। आंधी-तूफान और बरसात में खेत की बिजली कई-कई दिनों तक दर्शन नहीं देती थी। बच्चों की पढ़ाई सहित घरेलू कार्य प्रभावित होते थे।

महिलाओं और बच्चों को दूर-दराज के नलकूपों से पानी ढोकर लाना पड़ता था। रात में पानी की जरूरत होने से दूसरे से मांगना पड़ता था। गरीब बस्ती होने से लोगों के पास अपना सबमर्सिबल भी नहीं था। पंचायत की बेरुखी से गांव में मूलभूत सुविधाओं की कमी थी। बिजली निगम के एसडीओ रवि कुमार कहते हैं कि पास से गुजर रही लाइन से जोड़कर गांव को घरेलू सप्लाई दे दी गई है।

वहीं पब्लिक हेल्थ के एसडीओ का कहते हैं कि नलकूप पास हो गया है। टेंडर लगाने का काम चल रहा है। जल्द ही नलकूप लगवा दिया जाएगा।

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