हरियाणा में सीमेंट और सरिया के दाम बढ़े, रिहायशी व कामर्शियल प्लाटों के भी दाम में वृद्धि

आशियाना बनाने का सपना आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है। महंगाई की मार लगातार बढ़ती जा रही है। हरियाणा में सीमेंट और सरिया के दाम में लगातार बढ़ोत्‍तरी हो रही है। आने वाले दिनों में भी तेजी देखने को‍ि मिलेगी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 05:06 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 05:06 PM (IST)
हरियाणा में सीमेंट और सरिया के दाम बढ़े, रिहायशी व कामर्शियल प्लाटों के भी दाम में वृद्धि
सीमेंट और सरिया के दाम में बढ़ोत्‍तरी।

पानीपत, जागरण संवाददाता। पिछले चार दिन में सरिया में तीन हजार रुपये टन की तेजी दर्ज की गई है। यही हालत सीमेंट की है। सीमेंट का भाव 20 रुपये प्रति बैग बढ़ चुका है। इसमें आने वाले दिनों में 20 से 25 रुपये और तेजी आने का अनुमान है। 10 दिन पहले ही सरिया के दामों में 6000 रुपये प्रति टन की तेजी दर्ज की गई थी। आशियाना बनाना आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहा है।

अकेले पानीपत में पिछले छह माह के दौरान रिहायशी व कामर्शियल प्लाटों के दाम तीन गुणा तक बढ़ चुके हैं। अब सरिया सीमेंट व ईंट के बढ़ते भाव का अलग से बोझ बढ़ गया है। सरिया सीमेंट कारोबारियों ने बताया कि सरिया व सीमेंट में हाल में आई तेजी का कारण मिलों, फर्निशिंग मिलों में कोयले की कमी होना व बिजली की आपूर्ति कम मिलना है। पंजाब के मंडी गो¨वदगढ़, राजस्थान, हिमाचल के काला आंब सहित उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में ज्यादातर मिल लगी हुई हैं। इन सभी ने रेट बढ़ा दिए हैं।

चार दिन पहले जो सरिया 64000 रुपये प्रति टन बिक रहा था, उसका भाव वर्तमान में 67000 रुपये टन हो गया है। 62 हजार रुपये तक बिकने वाले सरिया के दाम 65-66 हजार रुपये टन हो चुके हैं। सीमेंट में प्रति बैग 20 रुपये की तेजी दर्ज की गई है।

सरिया सीमेंट के थोक विक्रेता नवीन गर्ग ने बताया कि श्रद्ध पक्ष में मांग कमजोर थी, उसके बाद भी भाव छह हजार रुपये टन बढ़ गए थे। अब ताजा तेजी तीन हजार रुपये की टन की आई है। नवरात्र में कंस्ट्रक्शन के नए काम शुरू होने के कारण सरिया सीमेंट की मांग भी बढ़ी है।

आयरन स्टील के कच्चे मामले में भारी उछाल दर्ज किया गया है। लोहा, सरिया, एंगल, आयरन शीट व स्टील के दामों में 10 दिनों में 10 हजार रुपये टन की बढ़ोतरी हुई है। तेजी के चलते हार्डवेयर उद्योगों की परेशानी बढ़ गई है। बाजार के सूत्रों का दावा है कि यह मिलों के गठजोड़ के कारण हो रहा है। सभी कंपनियों ने एक साथ दाम बढ़ाए हैं। सरिया तार के दाम बढ़ने से पानीपत के समालखा में नटबोल्ट उद्योग प्रभावित हुआ है। टोर के साथ-साथ प्लेन सरिया के दामों में तेजी दर्ज की गई है। इंडस्ट्री की जहां लागत बढ़ गई है। वहीं तैयार माल के दाम तो बढ़ रहे हैं, लेकिन मांग कमजोर हो गई है। इससे हार्डवेयर कारोबारियों को धक्का लगा है। हार्डवेयर कारोबारी वेद गोयल ने बताया कि कि पूंजीगत लागत लगातार बढ़ती जा रही है।

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