Liquor Smuggler: अंबाला में शराब तस्करी मामले में दो ट्रांसपोर्टर अंडरग्राउंड, एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल से जुड़ा है मामला

अंबाला पुलिस इस प्रकरण में अब तक बनारस के पार्थ शर्मा सहित नौ आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है पंजाब के दो ट्रांसपोर्टर बलविंदर और गोल्डी की गिरफ्तारी बाकी है। बड़े पैमाने पर शराब तस्करी का पर्दाफाश हुआ है।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 01:39 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 01:39 PM (IST)
Liquor Smuggler: अंबाला में शराब तस्करी मामले में दो ट्रांसपोर्टर अंडरग्राउंड, एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल से जुड़ा है मामला
अंबाला में शराब तस्करी मामले में दो ट्रांसपोर्टर अंडरग्राउंड।

अंबाला, जागरण संवाददाता। बिना परमिट अवैध रूप से टैंकरों में चंडीगढ़ की शराब फैक्ट्री में एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ईएनए) की सप्लाई करने के प्रकरण में भिंड के इटावा रोड पर स्थित ग्वालियर डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक सुनील यादव ने पुलिस रिमांड में स्वीकार किया था कि तीन-चार गाडियां ईएनए की बिना परमिट चंडीगढ़ भेजी थीं।

बड़े पैमाने पर शराब तस्करी का पर्दाफाश

अंबाला पुलिस इस प्रकरण में अब तक बनारस के पार्थ शर्मा सहित नौ आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है, पंजाब के दो ट्रांसपोर्टर बलविंदर और गोल्डी की गिरफ्तारी बाकी है। बड़े पैमाने पर शराब तस्करी का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस ने चंडीगढ़ स्थित विनायक डिस्टिलरी के मालिक उदय सिंह को भी गिरफ्तार किया था। यादव और उदय को जमानत मिल चुकी है।

मामले में पुलिस जांच शुरू की

बता दें कि अंबाला पुलिस ने 25-26 जून 2021 की रात को दिल्ली-अंबाला हाईवे पर अंबाला के शाहपुर के पास से एक टैंकर को रोका था। इस टैंकर में 25 हजार लीटर ईएनए था। हालांकि बिल्टी पर ईएनए की जगह सैनिटाइजर लिखा हुआ था, जबकि पता चंडीगढ़ की शराब फैक्ट्री का था। ऐसे में संदेह हो गया था कि बिल्टी तो सैनिटाइजर की है, लेकिन पता शराब फैक्ट्री का क्यो है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच आरंभ कर दी थी।

शराब फैक्ट्री में बनाई जाती थी दो नंबर की शराब

आरोपितों से टैक्स इनवायस, ई-वे बिल, फार्म 25 मेसर्स विनायक डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड इंडस्टियल एरिया चंडीगढ़, दो कापी बिल्टी बाबा दीप दीप कारगो शहीद उधम सिंह कालोनी नवी आबादी गेट खजाना अमृतसर की मिली थी। ईएनए रखने का परमिट, फार्म 37 व 38 आरोपितों के पास नहीं थे। पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ की तो पता चला कि बिना परमिट ईएनए मिलने के बाद चंडीगढ़ की शराब फैक्ट्री में दो नंबर की शराब बनाकर गुजरात, बिहार, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में सप्लाई की जाती थी।

20सितंबर को होगी सुनवाई

चंडीगढ़ और हरियाणा के शराब कारोबारियों को अवैध रूप से शराब दे दी जाती थी, जिसका राज्य सरकार को कोई राजस्व नहीं मिलता था। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने अंबाला रेंज की आइजी भारती अरोड़ा के नेतृत्व में एसआइटी गठित की है। उधर, पंप मालिक सतबीर उर्फ सत्ता की गिरफ्तारी पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है। इसकी सुनवाई 20 सितंबर को होगी।

chat bot
आपका साथी