Bus Accident: चलती स्कूल बस पर गिरा पेड़, तस्वीर दिल दहला देने वाली
हरियाणा के यमुनानगर में एक चलती बस में पेड़ गिर गया। हादसा दोसड़का कालाअंब मार्ग पर हुआ। सुबह सड़क किनारे खड़ा पेड़ बस में आ गिरा। बस अंबाला जिले के गांव खान अहमदपुर के ब्राइट फ्यूचर स्कूल की थी।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर के दोसड़का-कालाअंब मार्ग पर चौहान पोल्ट्री फार्म के सामने शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा होने से बच गया। सुबह सवा सात बजे सड़क किनारे खड़े सफेदे के दो भारी भरकम पेड़ अचानक चलती स्कूल बस पर गिर गए। बस जिला अंबाला के गांव खान अहमदपुर के ब्राइट फ्यूचर स्कूल की थी, जिसे ड्राइवर अपने गांव से स्कूल लेकर जा रहा था। जैसे ही पेड़ बस के पिछले हिस्से पर गिरा तो बस आगे से उठ गई। जब पेड़ गिरा तो बस में चालक व उसका बेटा तथा परिचालक के अलावा एक अन्य छात्र था।
हादसे में बस में चालक गुरप्रीत सिंह, परिचालक विक्रम के अलावा दो स्कूली बच्चे तरनजोत सिंह व कमलप्रीत सिंह को मामूली खरोंच आई। सभी की जान इसलिए बच गई क्योंकि चारों बस के अगले हिस्से में बैठे थे। यदि पीछे बैठे होते या फिर बस छात्रों से भरी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
चालक गुरप्रीत सिंह ने बताया कि रोजाना की तरह वह अपने गांव अंबली से परिचालक विक्रम व इस स्कूल में पढ़ने वाले अपने बेटे तरनजोत को लेकर स्कूल के लिए रवाना हुआ था। रास्ते में आइटीआइ चौक से रविदास मोहल्ला साढौरा के रहने वाला 5वीं कक्षा के छात्र कमलप्रीत को बस में बिठा लिया। जबकि बाकी बच्चे अगले गांव सरांवा व सरदेहड़ी से बैठने थे। जब बस दोसड़का चौक के पास चौहान पोल्ट्री फार्म पर पहुंची तो बस के पिछले हिस्से पर अचानक सफेदे के दो पेड़ गिए गए। अचानक क्या हुआ किसी को कुछ समझ नहीं आया। बच्चों ने बस में चिल्लाना शुरू कर दिया।
पेड़ गिरने से बस का अगला हिस्सा करीब छह फीट हवा में लटक गया। अचानक हुए इस हादसे से सभी घबरा गए और बच्चे रोने लग गए। गुरप्रीत ने विक्रम की मदद से दोनों बच्चों को सकुशल बस से निकाला। गुरप्रीत ने इस हादसे बारे स्कूल प्रबंधन को सूचित किया। इस हादसे के बाद सड़क पर वाहनों की आवाजही ठप्प हो गई। वन विभाग व पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम ने पेड़ काट कर रास्ता बहाल किया। जबकि पुलिस ने रास्ता खुलने तक वाहनों का रास्ता डायवर्ट करने के अलावा पेड़ कटने के बाद बस को एक तरफ करवाया।
पोल्ट्री फार्म के मालिक रामकुमार चौहान ने बताया कि इस जगह पर खड़े सफेदे के कई पेड़ सड़क की तरफ झुके हुए हैं। उनके फार्म की चारदीवारी के साथ भी खड़े पेड़ों के ढहने के खतरे को भांपते हुए इन पेड़ों की काटे जाने की कई बार मांग की जा चुकी है। इन पेड़ों के पास से गुजरने पानी के नाले के कारण इन पेड़ों की जड़ें कमजोर होने के कारण आज इन पेड़ों के अचानक गिरने की आशंका उन्होंने जाहिर की है।
वन विभाग के रेंजर कृष्ण कुमार ने बताया कि इस सड़क पर खड़े सफेदे के पुराने पेड़ों में से सड़क पर झुके पेड़ों की पहचान का पहले से ही काम चल रहा है। जल्द ही इन पेड़ों का कटान करवाया जाएगा।