अस्पताल की बिल्डिग गिराते समय 11000 वोल्टेज की केबल में ब्लास्ट, मची भगदड़
सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिग को गिराते समय बड़ा हादसा होने से टल गया। एक पिलर को उखाड़ते समय ईएसआइ अस्पताल की ओर जमीन के अंदर से जा रही 11000 वोल्टेज की केबल में ब्लास्ट हो गया। धमाका होते ही मजदूरों में भगदड़ मच गई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिग को गिराते समय बड़ा हादसा होने से टल गया। एक पिलर को उखाड़ते समय ईएसआइ अस्पताल की ओर जमीन के अंदर से जा रही 11000 वोल्टेज की केबल में ब्लास्ट हो गया। धमाका होते ही मजदूरों में भगदड़ मच गई।
दरअसल, सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिग तोड़कर मातृ एवं शिशु देखभाल (एमसीएच विग) का निर्माण होना है। 30 जुलाई को बिल्डिग के मलबे की नीलामी हुई थी। सोनीपत की फर्म कंपनी आदित्य इंटरप्राइजेज ने उच्चतम बोली 45 लाख रुपये में नीलामी अपने नाम कर ली। ठेकेदार को 30 सितंबर तक मलबा उठाकर, भूमि समतल कर स्वास्थ्य विभाग को देनी है। देरी करने पर ठेकेदार से 15 हजार रुपये प्रतिदिन जुर्माना वसूला जाएगा।
भवन परिसर में खड़े वृक्षों सहित अन्य नुकसान पहुंचा तो भी ठेकेदार की जवाबदेही होगी। ठेकेदार ने एक जेसीबी सहित 20 से अधिक मजदूर बिल्डिग को गिराने के काम में लगाए हुए हैं। बिल्डिग से निकली ईंटों, सरिया, चौखट और विडो को ट्रैक्टर-ट्राली में लादकर बाहर निकाला जा रहा है। इसी दौरान एक पिलर को जमीन से उखाड़ते हुए बिजली की केबल में धमाका हुआ।
गनीमत रही कि कोई व्यक्ति करंट की चपेट में नहीं आया। फर्म के सुपरवाइजर ने बताया कि बिजली-पानी-सीवर की लाइन डिस्कनेक्ट करने के लिए कई बार स्वास्थ्य विभाग को मौखिक रूप से बोला गया है। सिविल अस्पताल की लाइन पहले से कट
अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया ने बताया कि पुरानी बिल्डिग में बिजली लाइन का मैप हमारे पास नहीं है। इसलिए, पता लगाना मुश्किल है कि लाइन जमीन के अंदर कहां से गुजर रही है। नीलामी से पहले सिविल अस्पताल की बिजली लाइन कटवा दी थी। जिस लाइन में ब्लास्ट हुआ, वह ईएसआइ अस्पताल की है। रिजनल डायरेक्टर को भेजा पत्र
ईएसआइ अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. शिव कुमार ने बताया कि पिलर को उखाड़ते समय लाइन में ब्लास्ट हुआ। अस्पताल की बिजली ठप है, जनरेटर चलाया गया है। रीजनल डायरेक्टर आफिस फरीदाबाद को सूचना दी गई है। करंट से एक मजदूरी मामूली झुलसा
ठेकेदार दीपक ने बताया कि बिजली की केबल में हुए ब्लास्ट से मजदूर सोनू मामूली रूप से झुलस गया। उसके चेहरे पर झुलसने के निशान हैं। बेहोश होकर गिरा तो अन्य मजदूरों ने उसे संभाला। करीब आधा घंटा बाद मजदूर को होश आया। उसके चेहरे पर दवा लगाई गई है। हालांकि, इतना नहीं झुलसा कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़े।