Black Fungus : ब्लैक फंगस से करनाल में महिला की मौत, एक का इलाज जारी
करनाल के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ब्लैक फंगस से पीडि़त मरीज की मौत हो गई। वहीं एक का इलाज जारी है। साथ ही आशंकितों के सैंपल को जांच के लिए भेजे गए हैं। केसीजीएमसी में 20 बेड का वार्ड तैयार किया गया।
करनाल, जेएनएन। करनाल में ब्लैक फंगस से एक 65 वर्षीय महिला की मौत का मामला सामने आया है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि महिला की पहले मौत हो चुकी थी, लेकिन उसकी रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव आई है। ब्लैक फंगस को लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। हालांकि स्थिति से निपटने के लिए कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में 20 बेड का वार्ड तैयार कर दिया गया है। यहां केवल ब्लैक फंगस के 20 मरीज ही रहेंगे।
करनाल में कहीं पर भी यदि ब्लैक फंगस का मरीज मिलता है तो उसका मेडिकल कालेज में ही विशेषज्ञों की टीम इलाज करेगी। स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री के निर्देश के बाद मेडिकल कालेज प्रबंधन ने तुरंत प्रभाव से बेड प्रबंधन कर दिया है। इस बीच, जिले में ब्लैक फंगस के मामले आने के चलते चिंता बढ़ गई है।
बता दें कि इससे पूर्व करनाल के एक पार्षद की मोहाली के अस्पताल में मौत की वजह भी ब्लैक फंगस ही बताई जा रही है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। इसके बावजूद लोगों मेंं भय गहरा रहा है, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पैनिक नहीं करने की अपील की है।
प्रदेशस्तरीय कमेटी की भी लगातार निगरानी
ब्लैक फंगस को लेकर प्रदेश एक कमेटी का गठन सरकार द्वारा किया गया है, जो इस बीमारी में काम आने वाले इंजेक्शन की निगरानी करेगी। किस जिले में स्टॉक कितना होगा, किस स्थिति में यह इंजेक्शन लगाया जाना है, यह कमेटी तय करेगी। मरीजों का इलाज सुनिश्चित हो यह भी कमेटी देखरेख करेगी।
जिले में बेड के लिए अब आपाधापी नहीं
डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि कोरोना महामारी का प्रकोप आए दिन बढ़ रहा है, लोगों को सावधान रहकर कोविड के नियमों की पालना करनी होगी। जिले के किसी भी व्यक्ति को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। बेड के लिए अब आपाधापी नहीं है। जिले में कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त 21 प्राइवेट अस्पतालों व सीएचसी को अधिकृत किया गया है। जिले में 465 आक्सीजन सहित नॉन एसी बेड और 369 भरे हुए हैं तथा 88 बेड खाली हैं जबकि ऑक्सीजन सहित आईसीयू बेड 253 हैं, जिनमें से 238 भरे हुए हैं तथा 15 खाली हैं।
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद तुरंत प्रभाव से मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस के रोगियों के लिए अलग से 20 बेड के वार्ड की व्यवस्था कर दी गई है। लोगों से अपील करना चाहता हूं कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है, किसी को भी पेनिक होने की जरूरत नहीं है। मेडिकल कालेज की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं।
डा. जगदीश दुरेजा, निदेशक, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल, करनाल।
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