आसानी से पैसे कमाने के लालच में बने बाइक चोर, तीन महीने में दिया 18 वारदातों को अंजाम

करनाल में आसानी से पैसे कमाने के लालच में कुछ लोगों ने बाइक चोरी करना शुरू किया। जिसके बाद मात्र तीन माह में ही करनाल कुरुक्षेत्र व पानीपत में चोरी की 18 वारदातों को अंजाम दिया। बाइक चोरी करने के बाद वो इन्हें सस्ते दामों में बेच देते थे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Mon, 23 Aug 2021 07:58 PM (IST) Updated:Mon, 23 Aug 2021 07:58 PM (IST)
आसानी से पैसे कमाने के लालच में बने बाइक चोर, तीन महीने में दिया 18 वारदातों को अंजाम
गिरफ्तार किए गए आरोपित व बरामद की गई बाइक।

करनाल, जागरण संवाददाता। आसानी से पैसे कमाने के लालच में एक युवक ने बाइक चोरी को ही पेशा बना लिया और करीब तीन माह में ही 18 वारदातों को अंजाम दे दिया। करनाल ही नहीं कुरुक्षेत्र व पानीपत में भी जाकर बाइक चोरी करने लगा और चोरी की बाइक पहले अपने मकान में छिपा देता फिर मैकेनिक व एक अन्य युवक को बेच देता। जो बाद में कागजात बनवाने का दावा कर इन्हें आगे बेच देते थे। लोग भी कम कीमत में ये बाइक आसानी से खरीदने को तैयार हो जाते थे जबकि अधिकतर को पता नहीं होता था कि ये चोरी की हुई हैं। एंटी आटो थेफ्ट सेल की टीम ने बाइक चोरी के आरोपित को काबू किया तो पूरा राज खुला, जिसके बाद दोनों अन्य आरोपित भी काबू कर लिए गए और इनसे 18 बाइक बरामद की।

अलग-अलग जगहों पर दिया 18 वारदातों को अंजाम

एसआई रोहताश के नेतृत्व में सैल की टीम ने रविवार को नेवल कमांडो काम्पलेक्स के समीप से प्रवीन कुमार वासी न्यू वाल्मीकी बस्ती को चोरी की एक बाइक सहित काबू किया। पूछताछ की तो उसने माना कि वह करनाल में बाइक चोरी की सात वारदातें, जिला पानीपत में पांच व कुुरुक्षेत्र में छह वारदातें कर चुका है। इनमें  इन सभी वारदातों को पिछले दो-तीन महिने के दौरान ही अंजाम दिया। उसने बताया कि वह बाइक चोरी करने के बाद अपने परिवार से दूर एक मकान में छुपा देता था। फिर बाद में आरोपित हुकमसिंह वासी गांव महमदपुर व सुरजीत वासी गांव नली कलां को सस्ते दामों पर बेच देता था। पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया।

चोरी की गई बाइक

हुकम सिंह ने कराई प्रवीन की सुरजीत से पहचान

जांच में पता चला कि आरोपित प्रवीन चोरी करने के बाद अपने मकान में छिपाई बाइक को मौका देख हुकम सिंह को बेच देता था। बाद में हुकम सिंह ने उसकी पहचान सुरजीत से कराई तो वह उससे सीधे तौर पर ही बाइक खरीद करने लगा था। सुरजीत बाइक रिपेयर की गांव कुंजपुरा में महमदपुर चौक पर दुकान चलाता है। वह अपनी दुकान से ही चोरी की ये बाइक लोगों को अपना मुनाफा कमाकर बेच देता था। वह लोगों को भनक भी नहीं लगने देता था कि बाइक चोरी की है। बाइक बेचते समय वह लोगों को कुछ समय बाद कागजात बनवा देने का दावा करता था और लोग कम कीमत देख बाइक खरीदने के लिए तैयार हो जाते थे। आरोपित हुकम सिंह भी बाद में कागजात बनवाने का दावा कर ये बाइक बेचता था। पुलिस ने तीनों आरोपितों के कब्जे से 18 बाइक बरामद की है। पुलिस के अनुसार आरोपित प्रवीन को बाइक चोरी के मामलों में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है जो फिलहाल जमानत पर बाहर चल रहा था। तीनों आरोपितों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

स्पलेंडर बाइक ही करता था चोरी

एकांत या फिर भीड़भाड़ वाली जगह खड़ी देख आरोपित प्रवीन स्पलेंडर बाइक को ही चोरी करता था। उनमें कोई भी पुरानी चाबी लगाकर उसका लॉक खोलकर या जल्दबाजी में लॉक खुला छोडकर जाने वाले लोगों की बाइक का प्लग निकाल उसे सीधे स्टार्ट कर मौके से फरार हो जाता था।

तीन माह पहले ही भांजे को दिलाई थी बाइक : राजेंद्र

गांव दरड़ वासी राजेंद्र ने करीब तीन माह पहले ही अपने भांजे को बाइक दिलाई थी, जिसे चोरी कर लिया गया। जैसे ही उसे पता चला कि पुलिस ने बाइक चोरी के तीन आरोपिताें से बाइकें बरामद की है तो वह सोमवार को सुबह ही मौके पर पहुंच गया। उसने अपनी बाइक को पहचान लिया।

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