सर्विस लेन में जलभराव, बाइक और टैंपो का हुआ जाना बंद

पानीपत सर्विस लेन पर अनाज मंडी के सामने ढाई से तीन फीट पानी खड़ा है। बाइक और टैंपो का जाना बंद हो गया है। राहगीरों को दिल्ली लेन पर विपरीत दिशा से जाना पड़ रहा है। हादसे की संभावना बढ़ गई है। जलभराव से सड़क के गड्ढे दिखाई नहीं देते हैं जिससे हादसे हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 08:02 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 08:02 AM (IST)
सर्विस लेन में जलभराव, बाइक और टैंपो का हुआ जाना बंद
सर्विस लेन में जलभराव, बाइक और टैंपो का हुआ जाना बंद

जागरण संवाददाता, समालखा : पानीपत सर्विस लेन पर अनाज मंडी के सामने ढाई से तीन फीट पानी खड़ा है। बाइक और टैंपो का जाना बंद हो गया है। राहगीरों को दिल्ली लेन पर विपरीत दिशा से जाना पड़ रहा है। हादसे की संभावना बढ़ गई है। जलभराव से सड़क के गड्ढे दिखाई नहीं देते हैं, जिससे हादसे हो रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि एसडीएम विजेंद्र हुड्डा और अधिकारियों की 16 जुलाई को मीटिग होने के बाद पानी निकासी की उम्मीद जगी थी। अब एक सप्ताह बाद भी अनाज मंडी के सामने सर्विस लेन पर बरसाती पानी खड़ा है। औद्योगिक क्षेत्र का पानी आने से पानी का स्तर पहले से बढ़ गया है। निकासी के रास्ते नहीं होने से सारे दावे बौने पड़ गए हैं। भारी वाहन तो किसी तरह निकल जाते हैं, लेकिन छोटे को गुजरना मुश्किल हो रहा है। बुधवार को भी टैंपो और ई-रिक्शा चालक जलभराव के बीच गड्ढे में फंस गए। लोगों ने धक्का देकर वाहनों को बाहर निकाला। नाले के सिवाय निकासी का कोई विकल्प नहीं बचा है। टैंकर से पानी को फेंकना संभव नहीं है। मौके पर ट्रैक्टर और पंप से पानी को ऊंची जगह पर फेंका जा रहा है, जो दोबारा वहीं आ जाता है। आसपास की सड़क भी इससे खराब हो रही है। विपरीत दिशा में चलने से खतरा

जलभराव से वाहन चालक व अन्य राहगीरों को विपरीत दिशा में अनाज मंडी अंडरपास से मनाना अंडरपास तक जाना पड़ता है। फिर वे पानीपत लेन पर आते हैं। करीब एक किमी रास्ता सफर करने में उसे काफी समय लगता है। साथ ही हादसे का डर बना रहता है। दूसरा कोई रास्ता भी नहीं है। एसडीएम द्वारा गठित कमेटी के प्रधान राजेश राठी कहते हैं कि पानी निकासी के लिए आसपास में भी जगह नहीं है। पुराने नाले टूटे हैं। उसकी निकासी भी नहीं है।

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