सूरजमुखी की खेती का गढ़ बनता जा रहा अंबाला, कम लागत में बड़ा मुनाफा इसकी वजह

अब हरियाणा के किसानों का रुझान परंपरागत खेती से हटकर मुनाफे वाली फसल की तरफ बढ़ रहा है। अंबाला में इसका उदाहरण देखने को मिल रहा है। अब अंबाला सूरजमुखी की खेती का गढ़ बनता जा रहा है। इसकी वजह है कम लागत में बेहतर मुनाफा।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:06 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:29 AM (IST)
सूरजमुखी की खेती का गढ़ बनता जा रहा अंबाला, कम लागत में बड़ा मुनाफा इसकी वजह
हरियाणा के किसानों का रुझान सूरजमुखी की खेती की तरफ बढ़ रहा।

अंबाला, जेएनएन। ट्विनसिटी में किसानों का रूझान सूरजमुखी की खेती की तरफ बढ़ता जा रहा है। अंबाला-दिल्ली नेशनल हाईवे के किनारे शाहपुर के निकट करीब 100 कनाल में सूरजमुखी की खेती हो रही है। हाईवे से गुजरने वाले वाहन में अगर किसी की नजर इन खेत की तरफ पड़ती है तो वह रुकर सेल्फी लेने से खुद को रोक नहीं पाता है। सूरजमुखी की खेती शुरू करने का माकूल समय फरवरी का प्रथम सप्ताह होता है। इसके बाद सूरजमुखी की फसल तैयार होने में 90 से अधिक दिन का समय लगता है।

किसानों के खेती करते ही सरकार की तरफ से ऐसे किसानों को चिन्हित करके उनकी फसल खरीदने की औपचारिकता पूरी करते हैं। किसानों के अनुसार, एक कनाल खेत में करीब एक कुंतल सूरजमुखी की फसल तैयार होती है। अंबाला जिले के विभिन्न हिस्सों में दो सौ से अधिक किसानों ने सूरजमुखी की खेती शुरू कर दी है। सरकार किसानों से एक कुंतल फसल के एवज में 5600 रुपये भुगतान करने का रेट तय किया है। यह धनराशि सीधे किसानों के खाते में पहुंचेगी।

सूरजमुखी एक महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है, बेहतर मुनाफा देने वाली इस फसल को नकदी खेती के रूप में भी जाना जाता है। सूरजमुखी की खेती देश में पहली बार साल 1969 में उत्तराखंड के पंतनगर में की गई थी। यह एक ऐसी तिलहनी फसल है, जिस पर प्रकाश का कोई असर नहीं पड़ता, यानी यह फोटोइनसेंसिटिव है। हम इसे खरीफ, रबी और जायद तीनों मौसमों में उगा सकते हैं। इसके बीजों में 45-50 फीसदी तक तेल पाया जाता है। इस के तेल में एक खास तत्व लिनोलिइक अम्ल पाया जाता है। लिनोलिइक अम्ल शरीर में कोलेस्ट्राल को बढ़ने नहीं देता है। अपनी खूबियों की वजह से इस का तेल दिल के मरीजों के लिए दवा की तरह काम करता है।

सूरजमुखी के बीज के फायदे

इसका बीज न केवल स्‍वादिष्‍ट होता हैं, बल्‍कि इन्‍हें खाने से पोषण भी मिलता है और यह पेट भी भरते हैं। सूरजमुखी के बीज आज कल सभी फूड स्‍टोर्स में आसानी से उपलब्‍ध हो जाते हैं। सूरजमुखी के बीजों को खाने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है, कोलेस्‍ट्रॉल घटता है, त्‍वचा में निखार आता है तथा बालों की भी ग्रोथ होती है।

सूरजमुखी के तेल से फायदे

सुरजमुखी देखने में जितना खूबसूरत होता है, स्‍वास्‍थ्‍य के लिए उससे कहीं ज्‍यादा फायेदमंद भी होता है। इसके फूलों व बीजों में कई औषधीय गुण छिपे होते हैं। दिल को स्‍वस्‍थ रखने से लेकर यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव करता है। इसके अलावा सूरजमुखी के तेल का सेवन करने से लीवर सही तरीके से काम करता है और ऑस्टियोपरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारी भी नहीं होती है, यह त्‍वचा को निखारने के साथ बालों को भी मजबूत बनाता है।

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